वित्त वर्ष 2022 में टाटा समूह की विमानन कंपनियां एयरएशिया इंडिया और विस्तारा के घाटे में सालाना आधार पर वृद्धि दर्ज की गई। कोविड -19 प्रभाव के अलावा परिचालन लागत में वृद्धि से घाटे को बल मिला। वित्त वर्ष 2021 के मुकाबले वित्त वर्ष 2022 के दौरान ईंधन की कीमतों में करीब 57 फीसदी की वृद्धि हुई और डॉलर के मुकाबले रुपया 2.7 फीसदी कमजोर हुआ। इससे विमानन कंपनियों के वित्तीय नतीजे प्रभावित हुए। एयरएशिया इंडिया का घाटा सालाना आधार पर 42 फीसदी बढ़कर 2,178 करोड़ रुपये हो गया जबकि राजस्व करीब 39 फीसदी बढ़कर 1,887 करोड़ रुपये हो गया। विमानन कंपनी के पास 4,849 करोड़ रुपये का ऋणात्मक भंडार एवं अधिशेष था। विस्तारा का घाटा वित्त वर्ष 2022 में सालाना आधार पर 35 फीसदी बढ़कर 2,031 करोड़ रुपये हो गया जबकि राजस्व 2.3 गुना बढ़त के साथ 5,226 करोड़ रुपये हो गया। विमानन कंपनी ने मार्च 2022 के अंत में 8,120 करोड़ रुपये का ऋणात्मक भंडार एवं अधिशेष दर्ज किया था। एयरएशिया इंडिया अपने परिचालन में कटौती कर रही है और वह महज 27 विमानों के साथ परिचालन कर रही है। उसने वित्त वर्ष 2021 में अपने 7 एयरबस ए320 विमान मलेशिया की विमानन कंपनी एयरएशिया बेरहद को लौटा दिए थे। दूसरी ओर, विस्तारा धीरे-धीरे अपने बेड़े का आकार और नेटवर्क बढ़ा रही है। विस्तारा ने अपने वाइड बॉडी बोइंग 787 विमान के साथ यूरोप के लिए सेवाएं शुरू की है। उसने अपनी चार्टर्ड उड़ान सेवा भी शुरू की है जिससे राजस्व वृद्धि को बल मिला है। फिलहाल उसके बेड़े में 53 विमान मौजूद हैं और कैलेंडर वर्ष 2023 के अंत तक उसकी संख्या बढ़कर 70 हो जाएगी।
