जीवन बीमा कंपनियों के न्यू बिजनेस प्रीमियम (एनबीपी) में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में जुलाई में 91 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। बीमा क्षेत्र की सरकारी दिग्गज भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के ग्रुप सिंगल प्रीमियम में 3 गुना बढ़ोतरी की इसमें अहम भूमिका रही है। भारतीय जीवन बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) की ओर से जारी आंकड़ों से पता चलता है कि जुलाई में जीवन बीमाकर्ताओं का एनबीपी 39,078.90 करोड़ रुपये रहा है। जुलाई में एलआईसी का एनबीपी 29,116.68 करोड़ रुपये रहा है, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 142 प्रतिशत ज्यादा है। वहीं निजी जीवन बीमाकर्ताओं का एनबीपी 18.5 प्रतिशत बढ़कर 9,962.22 करोड़ रुपये रहा है। जून महीने में जीवन बीमा उद्योग के एनबीपी में महज 4.15 प्रतिशत वृद्धि हुई थी, खासकर एलआईसी के प्रीमियमम में संकुचन आने की वजह से ऐसा हुआ था।एनबीपी वह प्रीमियम होता है, जो एक खास साल में नई पॉलिसियों से आता है। यह पहले साल के कुल प्रीमियम और साल के दौरान सिंगल प्रीमियम का योग होता है।जुलाई महीने में एलआईसी के प्रीमियम में मजबूत वृद्धि मुख्य रूप से समूह एकल प्रीमियम और गैर एकल प्रीमियम में भारी वृद्धि के कारण हुआ है। निजी बीमाकर्ताओं के ग्रुप सिंगल प्रीमियम और ग्रुप नवीकरण प्रीमियम में बढ़ोतरी हुई है। बाजार हिस्सेदारी के हिसाब से शीर्ष जीवन बीमा कंपनियों में जुलाई में एसबीआई लाइफ का एनबीपी 29 प्रतिशत, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ का एनबीपी 16.20 प्रतिशत और मैक्स लाइफ का एनबीपी महज 1.67 प्रतिशत बढ़ा है। वहीं दूसरी तरफ एचडीएफसी लाइफ के एनबीपी में 6 प्रतिशत की गिरावट आई है।वित्त वर्ष 23 में अब तक जीवन बीमा कंपनियों के प्रीमियम में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 54 प्रतिशत वृद्धि हुई है और यह 1.12 लाख करोड़ रुपये हो गया है। एलआईसी का प्रीमियम इस दौरान 62 प्रतिशत बढ़ा है, जबकि निजी बीमा कंपनियों का प्रीमियम 39 प्रतिशत बढ़ा है।
