बैंकों से डूबते ऋण के अधिग्रहण करने के लिए गठिन राष्ट्रीय परिसंपत्ति पुनर्गठन कंपनी (एनएआरसीएल) का परिचालन अभी पूरी तरह से शुरू भी नहीं हुआ जबकि इंडियन बैंक का कहना है कि पहले और दूसरे चरण में लगभग 2,500 करोड़ रुपये के डूबते खातों की पहचान की गई है। ये खाते एनएआरसीएल को हस्तांतरित किए जाएंगे। उसने कहा है कि एनएआरसीएल इसके लिए उचित जांच-परख की प्रक्रिया शुरू कर रही है। बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी शांति लाल जैन ने कहा कि पहले चरण में पहचान किए गए आठ खातों में से तीन खातों का समाधान पहले ही हो चुका है। बैंक ने कहा कि करीब 1,241 करोड़ रुपये के शेष पांच खातों में से चार नैशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) के पास हैं। जैन ने कहा, ‘एनएआरसीएल इन सब के लिए जांच-परख कर रही है। इसके अलावा दूसरे चरण में करीब नौ खातों (1,280 करोड़ रुपये) की पहचान की गई है। इस बीच, यदि हमें अच्छा ओटीएस (एकमुश्त निपटान) अथवा अच्छा समाधान मिलता है तो हम उस पर गौर करेंगे।’ योजना के अनुसार, एनएआरसीएल ऋणदाताओं से लगभग 1,98,334 करोड़ रुपये के डूबते ऋण का अधिग्रहण करेगी और समाधान के लिए उसे भारत ऋण समाधान कंपनी (आईडीआरसीएल) को हस्तांतरित करेगी। यह पूछे जाने पर कि बैंक इन डूबते खातों को स्थानांतरित करना कब शुरू करेगा, जैन ने कहा, ‘कीमत और प्रस्ताव आने आने पर जानकारी दी जाएगी।’ मीडिया खबरों के अनुसार, बैंक दूसरी तिमाही के अंत तक ऋण हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। पिछले सप्ताह पंजाब नैशनल बैंक ने कहा था कि वह सितंबर तिमाही के अंत तक करीब 2,486 करोड़ रुपये के आठ खातों को हस्तांतरित कर देगा।इंडियन बैंक का शुद्ध लाभ 4 फीसदी बढ़ा सार्वजनिक क्षेत्र के ऋणदाता इंडियन बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 4 फीसदी बढ़कर 1,311 करोड़ रुपये हो गया। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में बैंक ने 1,259 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। तिमाही के दौरान बैंक की कुल आय 3 फीसदी बढ़कर 11,898 करोड़ रुपये हो गई जो एक साल पहले की समान अवधि में 11,553 करोड़ रुपये थी। इस दौरान परिचालन लाभ 4 फीसदी बढ़कर 3,575 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 3,435 करोड़ रुपये रहा था। तिमाही के दौरान सकल एनपीए 156 आधार अंक घटकर 8.13 फीसदी हो गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 9.69 फीसदी था। शुद्ध एनपीए 3.47 फीसदी से घटकर 2.12 फीसदी रह गया।
