नैसडैक में सूचीबद्ध आईटी सेवा फर्म कॉग्निजेंट का शुद्ध लाभ जून में समाप्त तिमाही में 57.7 करोड़ डॉलर रहा, जो एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 12.7 फीसदी ज्यादा है। कंपनी में नौकरी छोड़ने की दर अन्य आईटी कंपनियों के मुकाबले सबसे ज्यादा रही। कंपनी का राजस्व स्थायी मुद्रा के आधार पर पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 9.5 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 4.9 अरब डॉलर रहा। कैलेंडर वर्ष को वित्त वर्ष मानने वाली कॉग्निजेंट ने लगातार पांचवीं तिमाही में बढ़त दर्ज की और अब तक का सबसे ज्यादा तिमाही राजस्व अर्जित किया। इस बढ़त को विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों व वर्टिकल से सहारा मिला। उत्तर अमेरिका में सालाना आधार पर 8.4 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई जबकि यूरोप में 2 फीसदी। कम्युनिकेशंस, मीडिया व तकनीक ने बढ़त की अगुआई की और इसमें सालाना आधार पर 16.1 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई, जिसके बाद प्रॉडक्ट ऐंड रिसोर्सेस (8.1 फीसदी) का स्थान रहा, हेल्थ साइंसेज में 6.3 फीसदी और बीएफएसआई में सालाना आधार पर 2.7 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई। कॉग्निजेंट ने पूरे साल के लिए राजस्व अनुमान को स्थायी मुद्रा के लिहाज से घटाकर 8.5 फीसदी से 9.5 फीसदी के दायरे में ला दिया है। पिछली तिमाही में कॉग्निजेंट ने पूरे साल के लिए राजस्व स्थायी मुद्रा के आधार पर 9 से 11 फीसदी बढ़ने का अनुमान जताया था। कंपनी ने कहा कि जून तिमाही में उसकी बुकिंग सालाना आधार पर 3 फीसदी घटी। जून तिमाही में नौकरी छोड़ने की दर 32 फीसदी रही, जो इससे पहले की तिमाही में 29 फीसदी रही थी। कंपनी को साल की बाकी अवधि में भी नौकरी छोड़ने की दर ज्यादा रहने की आशंका है। टीसीएस में नौकरी छोड़ने की दर 19.7 फीसदी, इन्फोसिस में 28.4 फीसदी, एचसीएल टेक में 23.8 फीसदी और विप्रो में 23.3 फीसदी रही है। इस तरह से कॉग्निजेंट में नौकरी छोड़ने की दर सबसे ज्यादा रही।टीवीएस मोटर को 297 करोड़ रुपये का मुनाफा वाहन कंपनी टीवीएस मोटर का 30 जून को समाप्त पहली तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 297 करोड़ रुपये रहा है। एक साल पहले कोविड-19 महामारी के प्रभावित तिमाही के दौरान कंपनी को 15 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। चालू वित्त वर्ष (2022-23) की आलोच्य तिमाही में दोपहिया और तिपहिया वाहन विनिर्माता की कुल आय बढ़कर 7,348 करोड़ रुपये हो गई। एक साल पहले की समान तिमाही में यह आंकड़ा 4,692 करोड़ रुपये रहा था। एकल आधार पर जून तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 321 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 53 करोड़ रुपये jue था। कंपनी ने एक बयान में कहा कि निर्यात सहित कुल दोपहिया और तिपहिया वाहनों की बिक्री समीक्षाधीन तिमाही में बढ़कर 9.07 लाख इकाई हो गई। जून, 2021 को समाप्त पहली तिमाही में यह 6.58 लाख इकाई थी। तिमाही में कंपनी की मोटरसाइकिल की बिक्री बढ़कर 4.34 लाख इकाई पर पहुंच गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 4.05 लाख इकाई रही थी। वहीं चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में स्कूटर की बिक्री बढ़कर 3.06 लाख इकाई हो गई। कंपनी के निदेशक मंडल ने निजी नियोजन के आधार पर 125 करोड़ रुपये के गैर-परिवर्तनीय ऋणपत्र (एनसीडी) जारी करने को मंजूरी दे दी है। बीएसई पर कंपनी का शेयर 2.35 फीसदी बढ़कर 869.20 रुपये पर पहुंच गया।वेदांत का शुद्ध लाभ मामूली बढ़ा वेदांत लिमिटेड का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 4.6 फीसदी बढ़कर 4,421 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वेदांत ने गुरुवार को शेयर बाजार को भेजी सूचना में यह जानकारी दी। इससे पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी ने 4,224 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था। कंपनी की एकीकृत आय अप्रैल-जून तिमाही के दौरान बढ़कर 39,355 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले की इसी तिमाही में 29,151 करोड़ रुपये थी। वेदांत के मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) सुनील दुग्गल ने कहा कि इस साल कंपनी की शीर्ष प्राथमिकताओं में आपूर्ति, समय पर परियोजनाओं का क्रियान्वयन और मूल्यवर्द्धन के अलावा प्रमुख कारोबार क्षेत्रों में लागत को कम करना है। तिमाही के दौरान कंपनी का कुल कर्ज 8,031 करोड़ रुपये बढ़कर 61,140 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। डॉ रेड्डीज का शुद्ध लाभ 108 फीसदी बढ़ा डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज लिमिटेड का एकीकृत शुद्ध लाभ 30 जून, 2022 को समाप्त चालू वित्त वर्ष (2022-23) की पहली तिमाही में 108 फीसदी उछलकर 1,187.6 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। डॉ रेड्डीज को एक साल पहले की इसी तिमाही में 570.8 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। कंपनी की चालू वित्त वर्ष की आलोच्य तिमाही की आय छह फीसदी बढ़कर 5,215.4 करोड़ रुपये हो गई। वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में यह 4,919.4 करोड़ रुपये रही थी। आलोच्य तिमाही के दौरान कंपनी की अन्य परिचालन आय बढ़कर 600 करोड़ रुपये हो गई। वित्त वर्ष 2021-22 की समान अवधि में यह 50 करोड़ रुपये थी। भाषा
