बीएसई के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) के पद से मुक्त होने के अगले ही दिन आशिष कुमार चौहान ने मंगलवार को नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के प्रमुख का पदभार संभाल लिया। एनएसई के एक प्रवक्ता ने कहा कि चौहान ने एक्सचेंज के नए प्रबंध निदेशक एवं सीईओ के रूप में कामकाज संभाल लिया है। उन्होंने एनएसई के मुखिया के तौर पर विक्रम लिमये की जगह ली है, जिनका पांच साल का कार्यकाल गत 15 जुलाई को पूरा हुआ है। पात्रता होने के बावजूद लिमये ने दूसरे कार्यकाल पर विचार नहीं किया। चौहान पहले भी एनएसई के साथ काम कर चुके हैं। वह एनएसई की संस्थापक टीम का हिस्सा रहे थे लेकिन वर्ष 2000 में एक्सचेंज से अलग होकर रिलायंस के साथ जुड़ गए थे। चौहान को बीएसई से सोमवार को सभी दायित्वों एवं भूमिकाओं से मुक्त कर दिया गया था। वह वर्ष 2012 से ही बीएसई के प्रमुख के रूप में कार्यरत थे। इस बीच, बीएसई ने कहा है कि नए प्रबंध निदेशक एवं सीईओ की नियुक्ति होने तक एक्सचेंज की कार्यकारी प्रबंध समिति ही इसका संचालन देखेगी। इस समिति में मुख्य नियामकीय अधिकारी नीरज कुलश्रेष्ठ, मुख्य वित्त अधिकारी नयन मेहता, मुख्य सूचना अधिकारी करसी तवाडिया, मुख्य कारोबार अधिकारी समीर पाटिल और व्यापार परिचालन प्रमुख गिरीश जोशी शामिल हैं। बीएसई में चौहान को राजस्व में सुधार का श्रेय दिया जाता है, जिससे एक्सचेंज दुनिया का सबसे तेज गति वाला एक्सचेंज बनने में मदद मिली। उन्होंने भारत में मोबाइल स्टॉक ट्रेडिंग की शुरुआत की, करेंसी, जिंस व इक्विटी डेरिवेटिव्स, एसएमई स्टार्टअप, म्चुचुअल फंड और बीमा वितरण, हाजिर बाजार व बिजली ट्रेडिंग समेत कई नए क्षेत्रों में विशाखित किया। उन्हें बीएसई के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम को कामयाब बनाने का भी श्रेय दिया जाता है।
