टाटा स्टील का चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से जून तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 21 फीसदी घटकर 7,714 करोड़ रुपये रह गया। टाटा स्टील ने आज स्टॉक एक्सचेंज को यह जानकारी दी। कंपनी ने कहा कि खर्च बढ़ने की वजह से मुनाफे को झटका लगा। इससे पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी ने 9,768 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था। कंपनी की कुल आय चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में बढ़कर 63,698.15 करोड़ रुपये हो गई जो एक साल पहली की समान तिमाही में 53,627.66 करोड़ रुपये थी। उपभोग सामग्री और वित्त लागत सहित कंपनी का कुल खर्च बढ़कर 51,912.17 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की इसी तिमाही में यह 41,490.85 करोड़ रुपये था। टाटा स्टील इस्पात का उत्पादन करने वाली देश की शीर्ष चार कंपनियों में से एक है और कंपनी की कुल घरेलू इस्पात उत्पादन में लगभग 18 फीसदी हिस्सेदारी है। ज्योति लैब्स के शुद्ध लाभ में इजाफा दैनिक उपयोग का सामान (एफएमसीजी) बनाने वाली ज्योति लैब्स का एकीकृत शुद्ध लाभ 30 जून, 2022 को समाप्त पहली तिमाही में 18.73 फीसदी की बढ़त के साथ 47.73 करोड़ रुपये हो गया। ज्योति लैब्स ने सोमवार को शेयर बाजारों को दी सूचना में कहा कि कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 40.20 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था। ज्योति लैब्स की वित्त वर्ष 2022-23 की समीक्षाधीन अवधि के दौरान परिचालन आय 13.66 फीसदी बढ़कर 597.20 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 525.40 करोड़ रुपये थी। कंपनी ने अपने वित्तीय विवरण में कहा, ‘लागत संबंधी मुद्रास्फीति के कारण लाभ प्रभावित हुआ है।’ बीती तिमाही में कंपनी का कुल खर्च 15.45 फीसदी बढ़कर 553.71 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी का कुल खर्च 479.61 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी ने कहा कि मांग-पक्ष और उच्च उत्पादन कीमतों जैसी कई अल्पकालिक चुनौतियों के बावजूद हमारा परिचालन प्रदर्शन स्थिर रहा है। ज्योति लैब्स के एफएमसीजी ब्रांड में उजाला, हेन्को, मिस्टर व्हाइट, एक्सो, प्रिल, मार्गो और नीम हैं।स्टरलाइट टेक्नोलॉजिज को 20 करोड़ रुपये का घाटा ब्रॉडबैंड प्रौद्योगिकी कंपनी स्टरलाइट टेक्नोलॉजिज लिमिटेड (एसटीएल) को 30 जून, 2022 को समाप्त तिमाही में 20 करोड़ रुपये का एकीकृत घाटा हुआ है। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 116 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था। वित्त वर्ष 2022-23 की आलोच्य तिमाही के दौरान एसटीएल की एकीकृत परिचालन आय बढ़कर 1,575 करोड़ रुपये हो गई। पिछले वर्ष की इसी तिमाही में यह 1,316 करोड़ रुपये रही थी। बीती तिमाही में कंपनी की कुल आय का लगभग 62 फीसदी अमेरिका और यूरोप के बाजारों से हासिल हुआ। तिमाही के अंत में कंपनी की कुल ऑर्डर बुक 11,200 करोड़ रुपये थी। एसटीएल ने जुलाई, 2021 में ब्रिटेन स्थित क्लियरकॉम ग्रुप में 100 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसने कंपनी में 80 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है। बाकी 20 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण उसे चालू वित्त वर्ष में करना है। अनुपम रसायन का शुद्ध लाभ 25.56 फीसदी बढ़ा रसायन कंपनी अनुपम रसायन का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 25.56 फीसदी बढ़कर 39.69 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 32.12 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि अप्रैल-जून तिमाही के दौरान उसकी कुल आय 25.31 फीसदी बढ़कर 297.14 करोड़ रुपये हो गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 237.96 करोड़ रुपये थी। अनुपम रसायन के प्रबंध निदेशक आनंद देसाई ने कहा, ‘अनिश्चित वैश्विक माहौल के बीच हमने पहली तिमाही में मजबूत प्रदर्शन किया है।’ टाटा हाउसिंग का राजस्व पांच गुना बढ़ा आवासीय परियोजनाओं की मजबूत मांग के बूते टाटा हाउसिंग की अप्रैल-जून 2022-23 के दौरान बिक्री पांच गुना बढ़कर 623 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। टाटा हाउसिंग, टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक है और यह प्रमुख शहरों में परियोजनाओं का विकास कर रही है। टाटा रियल्टी ऐंड इन्फ्रास्ट्रक्चर के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी संजय दत्त ने कहा, ‘कोरोना वायरस की पिछली लहर के बाद हालात सामान्य होने से मांग बढ़ी है। पहली तिमाही में टाटा हाउसिंग को 623 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। इसके अलावा मालदीव में लक्सा वन परियोजना भी शुरू की।’ पिछले वर्ष जून तिमाही में कोविड की दूसरी लहर की वजह से लगभग सभी रियल एस्टेट डेवलपरों की आवास बिक्री बुरी तरह से प्रभावित हुई थी। दत्त ने उम्मीद जताई की चालू वित्त वर्ष में कंपनी को तीन अंकों में वृद्धि हासिल होगी। भाषा
