कोविड-19 के मामलों में तेजी में थोड़ी कमी आने के साथ ही काम पर जाने वालों की तादाद बढ़ी है। सोमवार को सरकार द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 16,866 मामले दर्ज किए गए थे। पिछले हफ्ते सोमवार को कोविड के 16,935 मामले थे। सर्च इंजन गूगल के आवाजाही से जुड़े आंकड़े दर्शाते हैं कि हफ्ते के दौरान काम पर जाने वालों की तादाद बढ़ गई। यह अनाम लोकेशन डेटा का इस्तेमाल कर इस बात का पता लगाता है कि महामारी के दौरान लोगों की गतिविधियां कैसी हैं। महामारी से पहले वर्ष 2020 के जनवरी और फरवरी महीने के दौरान कार्यस्थलों पर जाने वालों की तादाद 25 फीसदी अधिक थी। भारतीय रेलवे ने माल ढुलाई की मात्रा में अच्छी वृद्धि दर्ज की। गुजरे हफ्ते के दौरान यह वृद्धि 10.58 फीसदी थी जबकि इससे पिछले हफ्ते इसमें 4.91 फीसदी की वृद्धि हुई थी। माल ढुलाई से होने वाली कमाई में 21.73 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई जबकि इससे पहले यह वृद्धि 16.49 फीसदी थी। देश में बिजली उत्पादन की तेजी में थोड़ी कमी आ रही है लेकिन पिछले से पिछले हफ्ते के मुकाबले इसमें 0.5 फीसदी तक की तेजी थी हालांकि 2019 के स्तर के मुकाबले अंतर में कमी आई। देश के बिजली उत्पादकों ने ताजा हफ्ते के दौरान रोजाना औसतन 429.7 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन किया। वहीं इससे भी पिछले हफ्ते के दौरान बिजली उत्पादन 427.6 करोड़ यूनिट रहा। इसकी तुलना में बिजली उत्पादन 2019 के समान हफ्ते में 397.5 करोड़ यूनिट था। महानगरों में यातायात की भीड़ में 2019 की तुलना में एक-तिहाई तक की कमी आई। वैश्विक लोकेशन तकनीक कंपनी टॉम टॉम इंटरनैशनल के आंकड़ों के मुताबिक नई दिल्ली में सोमवार सुबह 9 बजे यातायात भीड़ में 31 फीसदी की कमी आई। वहीं मुंबई में इसमें 36 फीसदी की कमी आई। 2019 की तुलना में वाहनों के पंजीकरण में 17.1 फीसदी तक की कमी आई। पिछले हफ्ते के दौरान भारतीयों ने 334,000 वाहनों का पंजीकरण कराया जबकि 2019 में समान अवधि के दौरान 402,000 वाहनों का पंजीकरण कराया गया था। पिछले हफ्ते कम लोगों ने विमान सेवाएं लीं। मिसाल के तौर पर रविवार 24 जुलाई को केवल 311,000 यात्रियों ने उड़ान भरी। यह पिछले रविवार के 316,000 यात्रियों से कम संख्या थी। उड़ानों की संख्या भी पहले की 2560 के मुकाबले घटकर 2515 रह गई। बिज़नेस स्टैंडर्ड इन संकेतकों का जायजा अर्थव्यवस्था की साप्ताहिक तस्वीर का अंदाजा लगाने के लिए करता है क्योंकि वृहद अर्थव्यवस्था के आंकड़े अक्सर बाद में जारी होते हैं। वैश्विक स्तर पर विश्लेषक समान तरह के संकेतकों पर नजर रखते हैं। इससे कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए उठाए गए कदमों के तात्कालिक और जमीनी स्तर के आर्थिक असर को समझने में आसानी होती है। यातायाता के डेटा 25 जुलाई सोमवार सुबह के हैं। गूगल के डेटा अक्सर देरी से जारी होते हैं। ताजा डेटा 20 जुलाई के हैं। बाकी डेटा 24 जुलाई के हैं।
