फिच रेटिंग ने जुबिलेंट फार्मा की लंबी अवधि की व्यवहार्यता रेटिंग (आईडीआर) 'बीबी' से घटाकर 'बीबीमाइनस' कर दी है । कैपिटल एक्सपेंडीचर यानी पूंजीगत व्यय में बढोतरी के मद्देनजर मुनाफे में कमी आने की आशंका को रेटिंग एजेंसी ने इसकी वजह बताया है। परिणामस्वरूप कंपनी की वित्तीय स्थिति पहले के अनुमानों से ज्यादा खराब हो सकती है। रेटिंग एजेंसी ने कंपनी के 6.5 प्रतिशत कूपन रेट के साथ 2024 में देय 200 अरब डॉलर के सीनियर अनसिक्योर्ड नोट्स (लोन) सहित सीनियर अनसिक्योर्ड रेटिंग को भी 'बीबी' से घटाकर 'बीबीमाइनस' कर दिया है। रेटिंग एजेंसी ने एक बयान में कहा कि व्यावसायिक वजहों से कंपनी की रेटिंग को डाउनग्रेड किया गया है। एजेंसी अब आगे कंपनी को लेकर न कोई रेटिंग जारी करेगी और न कंपनी पर विश्लेषणात्मक टिप्पणी करेगी। फिच ने कहा कि डाउनग्रेड कंपनी द्वारा कनाडा में अपने स्टेराइल (कीटाणुओं से मुक्त) उत्पाद निर्माण व्यवसाय से संबंधित अनुबंध के विस्तार की घोषणा के बाद हुआ है। इसमें अगर अमेरिका में पहले की गई घोषणा को भी शामिल कर दें, तो कंपनी की कुल क्षमता बढ़कर 270 मिलियन डॉलर के करीब तक पहुंच जाती है। हालांकि यह लंबी अवधि में कंपनी की क्षमता को बढाएगा लेकिन पूंजीगत व्यय में बढोतरी मुनाफे पर असर डालेगी और कंपनी की वित्तीय स्थिति खराब कर सकती है।
