सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर घटाया विंडफॉल टैक्स | |
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बाद ,सरकार ने पेट्रोल, डीजल, एटीएफ पर नए शुरू किए गए विंडफॉल टैक्� | बीएस संवाददाता / नई दिल्ली 07 20, 2022 | | | | |
सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर घटाया विंडफॉल टैक्स
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बाद ,सरकार ने पेट्रोल, डीजल, एटीएफ पर नए शुरू किए गए विंडफॉल टैक्स को घटा दिया है।
20 जुलाई से प्रभावी, पेट्रोल निर्यात पर 6 रुपये प्रति लीटर कर को पूरी तरह से हटा दिया गया है। पेट्रोल, डीजल, जेट ईंधन और कच्चे तेल पर लगने वाले विंडफॉल टैक्स में बुधवार को कटौती की गई है। सरकार ने ये कदम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमतों में कमी आने के बाद उठाया है।
इस फैसले से रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी शीर्ष ईंधन निर्यातकों और तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) जैसी तेल उत्पादक कंपनियों को राहत मिलेगी।
केंद्र ने पेट्रोल के निर्यात पर 6 रुपये प्रति लीटर कर को पूरी तरह से हटा दिया है। वहीं विमानन टरबाइन ईंधन (एटीएफ) पर 6 रुपये प्रति लीटर कर से से घटाकर 4 रुपये प्रति लीटर कर दिया है। इसके अलावा, डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर से कम करके 11 रुपये कर दिया है। देश में उत्पादित कच्चे तेल (क्रूड) पर 27 प्रतिशत टैक्स कटौती के बाद इसे 17,000 रुपये प्रति टन कर दिया गया है।
विंडफॉल टैक्स क्या है और क्यों लगाया जाता है ?
विंडफॉल टैक्स कंपनियों पर लगाया जाने वाला एकमुश्त कर है, जिनके बारे में माना जाता है कि उन्होंने आमतौर पर असामान्य रूप से अनुकूल बाजार कारकों जैसे कीमतों में उछाल हो या किसी निश्चित उत्पाद की मांग में वृद्धि के कारण अनुचित रूप से उच्च लाभ कमाया है।
"केंद्रीय उत्पाद शुल्क अधिनियम की धारा 5ए द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए ... केंद्र सरकार, इस बात से संतुष्ट है कि ऐसा करना जनहित के लिए आवश्यक है ... और अधिसूचना में कहा गया है कि यह 20 जुलाई से लागू होगा ..."
1 जुलाई को, केंद्र सरकार ने पेट्रोल, डीजल और विमानन टरबाइन ईंधन के निर्यात और कच्चे तेल के घरेलू उत्पादन पर अप्रत्याशित लाभ कर लगाया था। इस शर्त के साथ कि निर्यातकों को पहले घरेलू बाजार की आवश्यकताओं को पूरा करना होगा।
इसके बाद, भारतीय तेल कंपनियां पेट्रोल और एटीएफ के निर्यात पर 6 रुपये प्रति लीटर (करीब 2.2 डॉलर प्रति बैरल) का भुगतान कर रही थीं। और डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर (करीब 26.3 डॉलर प्रति बैरल) का भुगतान कर रही थीं।
मंदी की आशंका के बीच, मध्य जून से कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई है।
बुधवार को ब्रेंट क्रूड की कीमत 39 सेंट से गिरकर 106.96 डॉलर प्रति बैरल हो गई। वहीँ यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) क्रूड 62 सेंट से गिरकर 103.60 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
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