इक्विटी म्युचुअल फंडों ने जून में अधिकतम रकम का निवेश रिलायंस इंडस्ट्रीज (2,177 करोड़ रुपये), मारुति सुजूकी (2,045 करोड़ रुपये) और भारती एयरटेल (1,310 करोड़ रुपये) में किया। हालांकि महीने के दौरान आरआईएल व भारती एयरटेल के शेयरों पर संकट नजर आया। 1 जुलाई को आरआईएल का शेयर 7 फीसदी से ज्यादा टूट गया क्योंकि सरकार ने तेल निर्यात पर हुए अप्रत्याशित लाभ पर कर लगाने का फैसला लिया। एयरटेल का शेयर भी अदाणी के दूरसंचार क्षेत्र में उतरने को लेकर अनिश्चितता के बीच टूटा। मारुति सुजूकी हालांकि वाहन क्षेत्र के सुधरे परिदृश्य के कारण आगे बढ़ रही है। जून में इक्विटी एमएफ की पांच अग्रणी खरीद में एनटीपीसी व एचडीएफसी भी शामिल रही। फंड मैनेजरों ने इन दोनों शेयरों में कमजोरी का फायदा उठाते हुए और शेयर खरीदे। देसी फंडों ने अधिकतम टाटा स्टील के शेयर बेचे, जो 876 करोड़ रुपये रहा, जिसके कारण देश की अग्रणी स्टील निर्माता के शेयर में 18 फीसदी की गिरावट आई।म्युचुअल फंडों ने अंबुजा सीमेंट और भारतीय स्टेट बैंक के शेयरों से 600-600 करोड़ रुपये से ज्यादा निकाले। इक्विटी एमएफ पिछले महीने 22,000 करोड़ रुपये के शुद्ध खरीदार रहे जबकि विदेशी फंडों ने 49,400 करोड़ रुपये की निकासी की।
