जेफरीज के इक्विटी रणनीतिकार क्रिस्टोफर वुड ने ग्रीड ऐंड फियर में निवेशकों के लिए लिखे नोट में कहा है कि बाजारों पर दबाव बना रह सकता है और अल्पावधि में उन्हें शायद ही राहत मिलेगी क्योंकि वैश्विक केंद्रीय बैंक बढ़ती महंगाई पर लगाम कसने की खातिर आक्रामक हो गया है। भूराजनीतिक तनाव के बीच बढ़ती महंगाई और ब्याज दरों में तीव्र बढ़ोतरी पहले ही दुनिया भर के इक्विटी बाजारों की अवधारणा पर चोट पहुंचा चुकी है। एसऐंडपी 500 इस साल अब तक के लिहाज से 20 फीसदी से ज्यादा नीचे है। डाउ जोंस और नैसडेक भी इस अवधि में क्रमश: 13 फीसदी व 28 फीसदी टूट चुके हैं। कमजोर वैश्विक संकेतक और बढ़ती महंगाई के बीच भारत में एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स इस दौरान करीब 8 फीसदी गंवा चुका है। उन्होंने कहा, दुनिया भर के शेयर बाजारों के लिए राहत का एकमात्र संभावित स्रोत फेड का यू-टर्न होगा। यह एक संकेत होगा कि अमेरिका में महंगाई सर्वोच्च स्तर पर पहुंचने के बाद तेजी से घट रही है। लेकिन मामला स्पष्ट तौर पर ऐसा नहीं है। इसके बजाय बुधवार को जारी जून के सीपीआई आंकड़े बताते हैं कि फेड 27 जुलाई को ब्याज दरों में 75 आधार अंकों की बढ़ोतरी करेगा। जून में अमेरिका में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई 9.1 फीसदी रही, जो 1981 के बाद का सर्वोच्च स्तर है और यह ज्यादातर विश्लेषकों के अनुमान से ज्यादा रहा, जिन्होंने इसके 8.8 फीसदी पर रहने की भविष्यवाणी की थी। इससे पहले जून में अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने महंगाई पर लगाम के लिए ब्याज दरों में 75 आधार अंकों की बढ़ोतरी की थी, जो 28 सालों में सर्वाधिक है। 9.1 फीसदी की महंगाई के आंकड़ों के बाद विश्लेषक अनुमान लगा रहे हैं कि फेडरल रिजर्व अपनी 27 जुलाई की नीतिगत बैठक में ब्याज दरें कितनी बढ़ाएगा। वुड को जुलाई के आखिर में ब्याज दर 75 आधार अंक बढ़ने का अनुमान है और राबोबैंक इंटरनैशनल व नोमूरा के विश्लेषकों की राय भी ऐसी ही है। राबोबैंक के विश्लेषकों ने हालिया नोट में कहा है, कुल मिलाकर हमें लगता है कि जुलाई में अगर फेड ब्याज दरों में 100 आधार अंकों का इजाफा नहीं करता है तो यह झटका लगने जैसा होगा। फेड फंड की दर अब 3.56 फीसदी के स्तर पर आने का अनुमान है और यह दिसंबर 2022 में आएगा, जबकि पहले फरवरी-मार्च 2023 में इसके 3.45 फीसदी पर पहुंचने का अनुमान था। नोमूरा को लगता है कि जुलाई में फेड ब्याज दरों में 75 आधार अंकों का इजाफा करेगा, सितंबर में 50 और नवंबर, दिसंबर व फरवरी 2023 में 25-25 आधार अंकों का इजाफा किया जाएगा।
