इस सप्ताह अखबारों में एक साधारण और सरल विज्ञापन दिखा। इसमें कहा गया, 'एयरलाइंस एयर विभिन्न पदों के लिए आवेदन आमंत्रित करती है और इसमें 'वैरियस पोस्ट्स' यानी 'विभिन्न पदों' को बोल्ड टेक्स्ट में लिखा गया था।' पिछले महीने जेट एयरवेज से चालक दल के सदस्यों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए थे और एयरलाइन के मुख्य कार्याधिकारी संजीव कपूर के ट्वीट पर भरोसा किया जाए तो पता चलता है कि तब पांच घंटे के अंदर 700 से ज्यादा सीवी आ गए। 2 जुलाई को को जब अन्य एयरलाइन एयर इंडिया ने नौकरी के लिए इंटरव्यू किए थे, तो इंडिगो के केबिन क्रू सदस्य काम छोड़कर वहां वहां पहुंच गए थे। हवाई यातायात दो साल के महामारी संक्रमण के बाद सुधरा है। दो नई एयरलाइनों आकाश एयर और जेट एयरवेज के साथ नियुक्तियां और रोजगार के अवसर बढ़े हैं। जुलाई के अंत तक परिचालन शुरू करने वाली आकाश एयर ने 400 कर्मचारियों को शामिल किया है। आकाश एयर के मुख्य कार्याधिकारी विनय दुबे ने कहा, 'अगले कुछ महीनों में, हम हर महीने करीब 175 अतिरिक्त कर्मचारी जोड़ेंगे। हमें मार्च 2023 के अंत तक 2,000 कर्मचारियों के साथ करीब 18 विमानों द्वारा उड़ान भरने की संभावना है।' उन्होंने कहा, 'हम कर्मचारी-केंद्रित कॉरपोरेट कल्चर और कार्य स्थल तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जिसमें कर्मचारी ब्रांड को लेकर गौरवान्वित महसूस करें।' भारतीय विमानन कंपनियों को पश्चिम एशिया और अन्य क्षेत्रों में एयरलाइनों की वजह से अपने पायलटों और चालक दल के सदस्यों के चले जाने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि कई देशों में एयरलाइनों ने विस्तार के लिए स्टाफ की पुन: नियुक्ति की है। पिछले तीन महीनों में, वियतनाम की वियतजेट, एयर अरेबिया और गल्फ एयर जैसी एयरलाइनों ने पायलट नियुक्तियों पर जोर दिया है। एक निजी एयरलाइन के वरिष्ठ कैप्टन ने कहा, 'हाल के महीनों में ग्रीन कार्ड वाले कम से कम चार भारतीय कैप्टन को अमेरिका में एयरलाइनों में फर्स्ट ऑफीसरों के तौर पर जिम्मेदारियां मिली हैं। ऐसा 2020 से पहले नहीं हुआ होगा।' उनके अनुसार, मौजूदा समय में भारत में पायलटों की किल्लत नहीं है, क्योंकि एयरलाइनों द्वारा अभी पूरी क्षमता के साथ परिचालन शुरू किया जाना बाकी है। उन्होंने कहा, 'लेकिन अगले साल हालात बदल सकते हैं क्योंकि आकाश एयर अपने बड़े में विस्तार करेगी। कैप्टन की उपलब्धता प्रशिक्षण क्षमताओं पर भी निर्भर करेगी।' विमानन कंसल्टेंसी सीएपीए (सेंटर फॉर एविएशन) का मानना है कि भारतीय एयरलाइनें वित्त वर्ष 2023 में 40 विमानों को शामिल करेंगी। हालांकि शुद्ध वृद्धि कम रहेगी, क्योंकि इनमें से कुछ विमान प्रतिस्थापन के तौर पर शामिल होंगे। फ्लाईबिग एयरलाइंसस के चीफ पीपुल ऑफीसर सुरजीत बनर्जी ने कहा, 'जब पायलट और क्रू सदस्य रोजगार तलाशते हैं तो वे हमेशा पैसा नहीं देखते हैं। उनकी पसंद ड्यूटी रोस्टर, कार्य प्रणालियां और अन्य बदलाव हो सकते हैं।' एयरक्राफ्ट तकनीशियन प्रति महीने 20,000 रुपये का वेतन हासिल करते हैं, वहीं वरिष्ठ तकनीशियन इससे ज्यादा कमाते हैं। इंडिगो के एक एयरक्राफ्ट तकनीशियन ने शिकायत के लहजे में कहा, 'इस महंगाई के जमाने में इतने कम वेतन के साथ जिंदगी जीना कठिन है।'
