उत्तर प्रदेश में बनने वाले उत्पादों को अब तक निर्यात की दृष्टि से कमजोर रहे दुनिया के 26 देशों में पहुंचाने की तैयारी की जा रही है। योगी सरकार ने अब निर्यात के लिए यूरोप, मध्य पूर्व और अफ्रीका के 26 देशों में निर्यात को बढ़ावा देने की तैयारी कर ली है। इन देशों में खिलौने, वीडियो गेम, परिधान, चर्म उत्पाद, कारपेट, इलेक्ट्रानिक्स उत्पाद, लोहा व इस्पात के सामान तथा फर्नीचर समेत ढेरों उत्पाद निर्यात करने की मुहिम तेज की जाएगी। इन देशों में खिलौने, वीडियो गेम, परिधान, चर्म उत्पाद, कारपेट, इलेक्ट्रानिक्स उत्पाद, आयरन व स्टील के सामान व फर्नीचर समेत कई अन्य उत्पाद निर्यात किए जाएंगे। योगी सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक उत्तर प्रदेश भारत में पांचवें सबसे बड़े निर्यात क्षेत्र के रूप में अब जाना जाता है। अभी अमेरिका व ब्रिटेन समेत दुनिया के 10 बड़े देशों को उत्तर प्रदेश से बड़े पैमाने पर सामान निर्यात किया जाता है। अब राज्य में बने उत्पादों का निर्यात बढ़ाने के क्रम में एमएसएमई विभाग के निर्यात प्रोत्साहन ब्यूरो ने करीब 26 और ऐसे देशों को चिन्हित किया है, जहां निर्यात के लिहाज से उत्तर प्रदेश की मौजूदगी कम है। इन में कनाडा, मैक्सिको, ब्राजील, बेल्जियम, डेनमार्क, इटली, मोरक्को, पोलैंड, स्वीडन, स्पेन, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, नाइजीरिया, कतर, ओमान, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, जापान, मलेशिया, फिलीपीन्स, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, थाईलैंड और ताइवान शामिल हैं। निर्यात प्रोत्साहन ब्यूरो के अधिकारियों के मुताबिक अब इन देशों में निर्यात को बढ़ाने के लिए विशेष अभियान चलेगा। निर्यात प्रोत्साहन विभाग के अधिकारियों का कहना है उक्त देशों में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए इन जगहों पर व्यापारिक एजेंट तलाशे जाएंगे। इनके जरिये वहां की खरीदारों, आयातक कंपनियों तक पहुंच कर उनके बीच उत्तर प्रदेश के उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा।
