फोर्ड इंडिया के चेन्नई संयंत्र के कर्मचारियों की हड़ताल अस्थायी तौर पर खत्म हो गई है। इसके साथ ही कंपनी ने उत्पाद से जुड़े कर्मचारियों के लिए रुखसत पैकेज को 115 दिनों से बढ़ाकर 121 दिनों का कर दिया है। कर्मचारियों ने 30 मई को विरोध-प्रदर्शन शुरू किया था। कंपनी ने यह भी संकेत दिया है कि बेहतर नतीजे के लिए यूनियन के साथ बाचतीत जारी रहेगी। एक अधिकारी ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा कि हड़ताल को खत्म करने का अंतिम निर्णय फोर्ड के प्रबंधन के साथ चर्चा के बाद लिया जाएगा। कर्मचारियों ने यह भी कहा कि तमिलनाडु में बढ़ रहे कोविड के मामलों के कारण भी उनके इस फैसले का एक कारण है। कंपनी ने उत्पादन समय-सारणी को जुलाई के अंत तक बढ़ाने की घोषणा की थी। पिछले पैकेज के तहत कर्मचारियों को प्रत्येक वर्ष की सेवा के लिए करीब 115 दिनों का वेतन देने की पेशकश की गई थी। इसके तहत कुल मिलाकर करीब 30 लाख रुपये की पेशकश की गई थी जिसकी अधिकमत सीमा 80 लाख रुपये थी। कंपनी के एक सूत्र ने कहा, 'कंपनी रुखसत पैकेज पर उचित एवं संतुलित नतीजा हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है और यूनियन से बिना किसी पूर्व शर्त के बातचीत करने का आग्रह किया है। अनुचित मांग और मौजूदा व्यवधान किसी के हित में नहीं है।' फोर्ड इंडिया ने इससे पहले घोषणा की थी कि वह जुलाई 2022 तक उत्पादन से जुड़े कर्मचारियों के वेतन और रोजगार की सुरक्षा करेगी। कंपनी ने कहा कि वह सभी कर्मचारियों के लिए 31 जुलाई से पहले समय पर रुखसत पैकेज तैयार करने के लिए यूनियन के साथ रचनात्मक बातचीत के लिए तत्पर है।
