ईएमएस फर्मों के लिए अल्पावधि चिंताएं | राम प्रसाद साहू / मुंबई July 03, 2022 | | | | |
इलेक्ट्रॉनिक निर्माण सेवा (ईएमएस) निर्माताओं डिक्सन टेक्नोलॉजीज (डिक्सन) और अंबर एंटरप्राइजेज (अंबर) के शेयरों में प्रमुख सूचकांकों के मुकाबले भारी गिरावट आई है। इन शेयरों में मई के शुरू से 18-37 प्रतिशत के बीच कमजोरी दर्ज की गई है।
इनके ग्राहक सेगमेंटों में कमजोर वृद्धि, लागत दबाव, और मूल्यांकन का शेयरों पर दबाव पड़ा। हालांकि ये दोनों शेयर पिछले तीन साल के दौरान मल्टी-बैगर यानी शानदार प्रतिफल देने वाले बने हुए थे, क्योंकि डिस्कन में इस अवधि के दौरान 7.5 गुना और अंबर में 2.5 गुना की तेजी दर्ज की गई थी, लेकिन दलाल पथ की अब इन दो ईएमएस कंपनियों के प्रतिफल की संभावनाओं पर मिश्रित प्रतिक्रिया है। अल्पावधि चिंताओं में कमजोर मांग और लागत दबाव शामिल हैं और अंबर के मार्च तिमाही प्रदर्शन में इसका असर दिखा, हालांकि डिक्सन का वित्तीय परिणाम अधिक मजबूत रहा है।
अंबर के रूम एयर-कंडीशनर (आरएसी) सेगमेंट का प्रदर्शन अनुमान के मुकाबले कमजोर था, क्योंकि लंबे समय तक ठंड का मौसम बने रहने और तिमाही शुरुआत हिस्से में ज्यादा कोविड संक्रमण की वजह से यह सेगमेंट प्रभावित हुआ। इसकी वजह से भागीदारी द्वारा कम माल उठाव दर्ज किया गया, जिसके अलावा चीन में आपूर्ति श्रृंखला संबंधित समस्याएं भी सामने आईं जिससे यह सेगमेंट प्रभावित हुआ।
सकल स्तर पर स्टैंडअलॉन लाभ 320 आधार अंक घटकर 10.5 प्रतिशत रह गया, जबकि परिचालन स्तर पर यह ऊंची कर्मचारी लागत की वजह से 360 आधार अंक घट गया। कमजोर मार्जिन, पिछले साल के दौरान पूंजीगत खर्च की वजह से अधिक मूल्यह्रास, और बढ़ती ब्याज लागत से मुनाफा सालाना आधार पर 24 प्रतिशत तक प्रभावित हुआ।
जहां चौथी तिमाही का प्रदर्शन निराशाजनक था, वहीं ऐम्बिट कैपिटल के विश्लेषकों का मानना है कि यही एक झटका था, वरना कंपनी के लिए वृद्धि का सफर अच्छा रहा है। ब्रोकरेज फर्म ने वित्त वर्ष 2022-25 के दौरान सालाना आधार पर राजस्व और परिचालन मुनाफा 28-38 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान जताया है और नियोजित पूंजी पर प्रतिफल 10 प्रतिशत अंक सुधरकर वित्त वर्ष 2025 में 17 प्रतिशत हो जाने का लक्ष्य रखा है। इस वृद्धि का बड़ा हिस्सा आरएसी बाजार के वर्ष 2026 तक दोगुना बढ़कर 10 अरब डॉलर हो जाने से हासिल होने का अनुमान है, जिसका मतलब है 14 प्रतिशत की सालाना वृद्धि।
इस शेयर को खरीदें रेटिंग देने वाली गोल्डमैन सैक्स इक्विटी रिसर्च के पुलकित पाटनी के नेतृत्व में विश्लेषकों ने कहा है, 'अधिग्रहणों के जरिये, अंबर ने कलपुर्जों और अन्य एसी एप्लीकेशनों में बैकवार्ड इंटिग्रेशन पर जोर दिया है। आयात विकल्ल्प और उत्पादन-केंद्रित रियायत (पीएलआई) के साथ साथ निर्यात अवसरों से कंपनी के लिए मजबूत विकास संभावनाएं हासिल हुई हैं।'
हालांकि जिन वजहों से अल्पावधि प्रतिफल अनुपात प्रभावित हो सकता है, उनमें वित्त वर्ष 2020-23 के दौरान 1,100 करोड़ रुपये का निवेश है। मई के बाद से 45 प्रतिशत की बड़ी गिरावट की वजह से मूल्यांकन वोल्टास के मुकाबले 35 प्रतिशत कम पर उपलब्ध है।
देश की सबसे बड़ी ईएमएस कंपनी डिक्सन टेक्नोलॉजीज ने मजबूत मार्च तिमाही दर्ज की। राजस्व को लेकर प्रदर्शन अच्छा रहा और इसमें सालाना आधार पर 40 प्रतिशत तक की तेजी दर्ज की गई। राजस्व को मोबाइल और होम अप्लायंसेज सेगमेंटों में वृद्धि से मदद मिली। कंपनी का सकल मार्जिन सालाना आधार पर सुधरा। परिचालन मुनाफा मार्जिन 65 आधार अंक बढ़कर सालाना आधार पर 4 प्रतिशत रहा, जिसे ऊंची परिचालन दक्षता, सभी सेगमेंटों में लागत सुधार, और कीमत वृद्धि से मदद मिली। कीमत वृद्धि से कंपनी को कच्चे माल की कीमतों में तेजी का सामना करने में भी मदद मिली।
चूंकि यह इलेक्ट्रॉनिक, लाइटिंग, मोबाइल फोन, सुरक्षा प्रणालियों, और वॉशिंग मशीन जैसी श्रेणियों में सबसे बड़ी ईएमएस कंपनी है, जिसे देखते हुए पीएलआई योजना और आयात भागीदारी मुख्य विकास वाहक हैं। गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि कंपनी का पूर्ति योग्य बाजार आकार 36 अरब डॉलर का है जो सालाना आधार पर 12 प्रतिशत तक बढ़कर वित्त वर्ष 2026 तक 73 अरब डॉलर पर पहुंच सकता है। हालांकि ब्रोकरेज फर्म ने इस शेयर के लिए तटस्थ रेटिंग दी है। ब्रोकरेज ने पिछले महीने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था, 'हमारा मानना है कि डिक्सन के मजबूत वृद्धि एवं प्रतिफल प्रोफाइल (वित्त वर्ष 2020-26ई के दौरान 42 प्रतिशत की सालाना राजस्व वृद्धि और नियोजित पूंजी पर 30 प्रतिशत प्रतिफल) से ऊंचा मल्टीपल बरकरार रहने की संभावना है, लेकिन हमें मौजूदा स्तरों से सीमित तेजी के आसार दिख रहे हैं।'
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