कोविड -19 के मामलों में इजाफे के बावजूद नियोक्ताओं के यहां काम करने के लिए ज्यादा लोग आ रहे हैं। सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार सोमवार को मामलों की कुल संख्या 17,073 थी, जो एक सप्ताह पहले की तुलना में 33.6 प्रतिशत अधिक है। कोविड-19 के जोर पकड़ने से पहले वर्ष 2020 की मूल सीमावधि की तुलना में कार्यस्थल की आवाजाही अब 21 प्रतिशत अधिक है। यह एक सप्ताह पहले नजर आई 18 प्रतिशत की वृद्धि से अधिक है। सर्च इंजन गूगल के आवागमन के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। यह गोपनीयता रखते हुए स्थिति के आंकड़ों का इस्तेमाल करके इस बात पर नजर रखता है कि वैश्विक महामारी के दौरान लोग किस तरह आवागमन कर रहे हैं। इसी अवधि में खुदरा और मनोरंजन केंद्रों की यात्राओं में कमी आई है। इससे पिछले सप्ताह की तुलना में बिजली उत्पादन 2.83 प्रतिशत कम रहा है। नवीनतम सप्ताह के दौरान देश के सभी बिजली संयंत्रों ने औसतन 444.5 करोड़ यूनिट बिजली उत्पादन किया। इससे पिछले सप्ताह में यह 457.4 करोड़ यूनिट था। बिजली उत्पादन वर्ष 2019 की तुलना में अधिक बना हुआ है। वाहन पंजीकरण लगातार तीसरे सप्ताह वर्ष 2019 के स्तर से कम रहा। नवीनतम सप्ताह में कुल 3,54,341 वाहनों का पंजीकरण हुआ। यह वर्ष 2019 की इसी अवधि में पंजीकृत किए गए 4,28,599 वाहनों की तुलना में 17.3 प्रतिशत कम है। स्थिति संबंधी वैश्विक प्रौद्योगिकी फर्म टॉमटॉम इंटरनैशनल के आंकड़ों से पता चलता है कि सोमवार सुबह 9 बजे तक प्रमुख शहरों में यातायात में गिरावट नजर आई। नवीनतम सप्ताह के दौरान नई दिल्ली में यातायात वर्ष 2019 के स्तर की तुलना में 43 प्रतिशत कम रहा। पहले यह 42 प्रतिशत कम हो गया था। नवीनतम सप्ताह के दौरान मुंबई के यातायात में 44 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि इससे पिछले सप्ताह इसमें 30 प्रतिशत की गिरावट देखी गई थी। विमान कंपनियों की उड़ानों और यात्रियों की सात दिनों की औसत संख्या कमोबेश स्थिर रही है। जहां अभिलेखीय आंकड़े उपलब्ध नहीं थे, वहां औसत का उपयोग किया गया। रविवार के आंकड़ों से पता चलता है कि एक सप्ताह पहले की 2,770 उड़ानों की तुलना में 2,768 घरेलू उड़ानें रहीं। इसी अवधि में यात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ है। भारतीय रेलवे ने सामान ढुलाई की मात्रा में ज्यादा इजाफा दिखाया है। यह पिछले सप्ताह के 13.4 प्रतिशत इजाफे के मुकाबले 16.49 प्रतिशत अधिक रहा। इन सामान की ढुलाई से रेलवे ने जो पैसा कमाया, जिसे माल ढुलाई राजस्व कहा जाता है, वह पहले के 21.35 प्रतिशत की तुलना में 25.85 प्रतिशत अधिक रहा। अर्थव्यवस्था के हालात कैसे हैं, इसकी साप्ताहिक स्थिति का जायजा लेने के लिए बिज़नेस स्टैंडर्ड इन संकेतकों पर नजर रखता है। विस्तृत अर्थव्यवस्था के आधिकारिक आंकड़े आम तौर पर कुछ अंतराल के साथ जारी किए जाते हैं।
