स्वच्छ भारत मिशन को आकार देने वाले पूर्व पेयजल एवं स्वच्छता सचिव परमेश्वरन अय्यर को आज नीति आयोग का मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया गया है। वह अमिताभ कांत की जगह लेंगे। कांत को नव सृजित नीति आयोग का दूसरा सीईओ 17 फरवरी, 2016 को नियुक्त किया गया था। वह करीब 5 साल तक अपने पद पर काम करने के बाद 30 जून, 2022 को पद छोड़ेंगे। आधिकारिक आदेश के मुताबिक अय्यर को दो साल या अगले आदेश तक के लिए नियुक्त किया गया है, जो पहले हो। उन्हें कांत पर लागू सेवा-शर्तों पर नियुक्त किया गया है। उत्तर प्रदेश कैडर के 1981 बैच के आईएएस अधिकारी को स्वच्छता विशेषज्ञ के रूप में जाना जाता है। उन्हें 2016 और 2020 के बीच प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की प्रमुख योजना स्वच्छ भारत मिशन का नेतृत्व करने के लिए जाना जाता है। अय्यर ने 2009 में भारतीय प्रशासनिक सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में वरिष्ठ ग्रामीण जल स्वच्छता विशेषज्ञ के रूप में भी काम किया। बहरहाल इस महीने की आखिर में अपना कार्यकाल पूरा करने जा रहे अमिताभ कांत को केंद्र के कुछ अहम कार्यक्रम और नीतियों को लागू कराने के लिए जाना जाता है, जिसमें डिजिटल इंडिया संपत्ति मुद्रीकरण, विनिवेश, आकांक्षी जिला कार्यक्रम और इलेक्ट्रिक वाहन योजना आदि प्रमुख हैं। 1980 बैच के आईएएस अधिकारी कांत को भारत सरकार के थिंक टैंक नीति आयोग का सीईओ 2016 में बनाया गया था। अपने करीब 4 दशक के लंबे कार्यकाल के दौरान कांत कुछ बहुत ही सफल योजनाओं को लागू कराया, जिसमें ‘इन्क्रेडिबल इंडिया’, ‘स्टार्टअप इंडिया’ और ‘गॉड्स ऑन कंट्री’ शामिल है। कांत को विभिन्न सामाजिक और आर्थिक मसलों पर राज्यों की रैंकिंग विकसित करने के लिए भी जाना जाता है, जिससे राज्यों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा विकसित हुई। कांत के दिशानिर्देश में कुछ अहम हस्तक्षेप नीति आयोग ने बीते वर्षों में किए हैं। इसमें उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना का ढांचा तैयार करना शामिल है। आयोग के उद्योग से जुड़े प्रमुखों ने संबंधित मंत्रालयों और विभागों के परामर्श से 5 साल के लिए 10 प्रमुख क्षेत्रों (पहले स्वीकृत तीन क्षेत्रों के अलावा) में उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना की शुरुआत की। इस योजना को 11 नवंबर 2020 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी थी। इस साल अप्रैल महीने में केंद्र सरकार ने अर्थशास्त्री सुमन बेरी को नीति आयोग का तीसरा उपाध्यक्ष नियुक्त किया था। उन्होंने राजीव कुमार का स्थान लिया है।
