बीते हफ्ते गिरावट के बाद बाजार ने की अच्छी वापसी | सुंदर सेतुरामन / मुंबई June 22, 2022 | | | | |
पिछले हफ्ते भारी गिरावट के बाद आज वैश्विक बाजारों के साथ ही देसी शेयर बाजारों में जोरदार तेजी देखी गई। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के बयान के बाद जोखिम वाली संपत्तियों में निवेश बढ़ा है। बाइडन ने कहा था कि अमेरिका की आसन्न मंदी को टाला जा सकता है।
सेंसेक्स 934 अंक चढ़कर 52,532 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 288 अंक की बढ़त के साथ 15,639 पर बंद हुआ। 30 मई के बाद दोनों सूचकांकों में यह एक दिन में आई सबसे बड़ी तेजी है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर 75 आधार अंक बढ़ाए जाने और मंदी की आशंका के बाद बीते शुक्रवार को बेंचमार्क सूचकांक 23 महीने के निचले स्तर पर बंद हुए थे।
बाजार में आज चौतरफा लिवाली देखी गई और सेंसेक्स में शामिल केवल एक शेयर और निफ्टी के दो शेयर नुकसान में बंद हुए। कुल मिलाकर बीएसई में 2,477 शेयर बढ़त पर और 853 नुकसान में बंद हुए। निफ्टी स्मॉलकैप और निफ्टी मिडकैप करीब 3.5 फीसदी गिरावट पर बंद हुआ।
बाजार के भागीदारों ने बाजार की अच्छी वापसी के पीछे तकनीकी पहलू को जिम्मेदार बताया। उनके अनुसार अभी यह कहना जल्दबाजी होगा कि बाजार में तेजी का दौर लौट आया है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज में रिटेल शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, ‘सकारात्मक
वैश्विक संकेतों, निचले स्तर पर सस्ते मूल्यांकन और शॉर्टकवरिंग से बाजार में तेजी आई है। बीते दिनों जोरदार बिकवाली के बाद बाजार में लिवाली आई है। मुद्रास्फीति के नरम होने से पहले बाजार में अभी घबराहट बनी रहेगी।’
पिछले हफ्ते गिरावट के बाद निफ्टी का मूल्यांकन उसके 10 साल के औसत से नीचे आ गया था, जिससे निवेशकों को थोड़ी राहत मिली है। हालांकि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की ओर से बिकवाली जारी है, रुपया लगातार कमजोर हो रहा है और मुद्रास्फीति उच्च स्तर पर बनी हुई है तथा ब्याज दर बढ़ रही है। बॉन्ड प्रतिफल में भी तेजी आई है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 2,701 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिकवाली की जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 3,066 करोड़ रुपये की शुद्ध लिवाली की।
जियोजीत फाइनैंशियल सर्विसेज में शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘घरेलू और वैश्विक अर्थव्यवस्था से नया नकारात्मक संकेत नहीं मिलने और जिंसों के दाम में नरमी से बाजार में सुधार दिखा है। हालांकि इक्विटी बाजार की संवेदनशीलता को देखते हुए थोड़ी भी नकारात्मक खबर गिरावट को बढ़ावा दे सकती है।’
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