भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक भारतीयों द्वारा विदेश भेजा गया धन अप्रैल 2022 में 2 अरब डॉलर के आंकड़े को पार करते हुए 2.02 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। यह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में (अप्रैल 2021 के 1.18 अरब डॉलर) की तुलना में करीब दोगुना है। अप्रैल 2022 में खर्च की प्रमुख मद में यात्रा 88 करोड़ डॉलर (अप्रैल 2021 में 28.4 करोड़ डॉलर), संबंधियों के रखरखाव में 38.5 करोड़ डॉलर (अप्रैल 2021 में 24 करोड़ डॉलर) और उपहार में 29.9 करोड़ डॉलर (अप्रैल 2021 में 16.1 करोड़ डॉलर) बाहर गए हैं। यह रेजिडेंट इंडिविजुअल्स के लिए लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम (एलआरएस) के तहत गया है। रिजर्व बैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि वित्त वर्ष 22 में विभिन्न देशों द्वारा कोविड संबंधी प्रतिबंध आसान किए जाने के बाद अप्रैल 2022 में अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर व्यय तीन गुना हुआ है। वित्त वर्ष 22 में यात्रा पर व्यय 6.91 अरब डॉलर रहा है, जो वित्त वर्ष 21 में किए गए खर्च की तुलना में दोगुने से ज्यादा है। बहरहाल वित्त वर्ष 20 में भारतीयों द्वारा यात्रा पर किया गया खर्च करीब 6.95 अरब डॉलर था। इससे संकेत मिलता है कि यात्रा पर व्यय कोविड के पहले के स्तर पर पहुंच गया है। विदेश भेजा जाने वाला धन वित्त वर्ष 22 में सर्वाधिक स्तर पर था। वित्त वर्ष 22 में यह 54.6 प्रतिशत बढ़कर 19.61 अरब डॉलर हो गया, जो वित्त वर्ष 21 में 12.68 अरब डॉलर था। वित्त वर्ष 20 में यह 18.76 अरब डॉलर था और वित्त वर्ष 19 में 13.78 अरब डॉलर था।
