सेबी प्रमुख के तौर पर बुच के शानदार 100 दिन | समी मोडक / मुंबई June 11, 2022 | | | | |
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) अध्यक्ष के तौर पर अपने पहले 100 दिनों के दौरान माधवी पुरी बुच ने प्रतिभूति बाजार के सक्षम विकास के लिए प्रमुख आधार तैयार करने की
कोशिश की है। माधवी बाजार नियामक की प्रमुख की कमान संभालने वाली निजी क्षेत्र से पहली महिला हैं। बुच ने 2 मार्च को सेबी अध्यक्ष की कमान संभाली। वह 5 अप्रैल 2017 और 4 अक्टूबर, 2021 के बीच सेबी के साथ पूर्णकालिक सदस्य के रूप में जुड़ी रहीं।
आईआईएम-अहमदाबाद की पूर्व छात्रा ने सेबी में विभिन्न विभागों के लिए ‘की रिजल्ट एरिया’ (केआरए) की पहचान कर और उद्देश्य-केंद्रित लक्ष्य तैयार निजी क्षेत्र की दक्षताओं को शामिल करने की कोशिश की है। बुच ने एक ऐसी प्रणाली पेश की है जिसमें प्रत्येक विभाग से व्यक्ति को विकास नीति कार्य को सुगम बनाने का कार्य सौंपा जाता है। कर्मियों को उद्योग तक गहरी पैठ बनाने, प्रतिक्रियाएं हासिल करने और बाजार तंत्र को मजबूत बनाने के लिए दीर्घावधि विकास एजेंडा तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है। हाल के वर्षों में सेबी ने किसी नीतिगत बदलाव पर गहन बाजार प्रतिक्रिया का दृष्टिकोण अपनाया है। इस दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए बुच के नेतृत्व में सेबी विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) और रीट तथा इनविट जैसे हाइब्रिड फंडों पर दो नई समितियां बनाने की प्रक्रिया में है। पूर्व में निवेश बैंकर के तौर पर काम कर चुकीं बुच ने आईपीओ दस्तावेजों की पेशकश को लेकर चर्चा पत्र भी जारी किए हैं जिससे जारीकर्ताओं को अपने निर्गमों को लेकर ज्यादा स्वायत्तता मिलेगी। इसके अलावा, पीएसयू में विनिवेश के लिए मूल्य निर्धारण मानकों को आसान बनाने से सरकार के विनिवेश अभियान को मजबूती मिलेगी।
सेबी बॉन्ड बाजारों के विकास के लिए विभिन्न पहलों पर भी काम कर रही हैं, जो नियामकों और सरकार के लिए अब तक एक सपना बना हुआ है। इसके अलावा, नियामक ने भेदिया कारोबार और फ्रंट रनिंग जैसी गंभीर बाजार समस्याओं को नियंत्रित करने के प्रयास में ब्लॉक चेन जैसी नई टेक्नोलॉजी और आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस के इस्तेमाल और मशीन लर्निंग के इस्तेमाल में उत्साह दिखाया है।
भेदिया कारोबार मामलों में कमी लाने के लिए बुच ने व्हाट्सऐप और टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर डेटा रोकने के लिए सरकार से और ज्यादा अधिकार मांगे हैं।
नियामक ने ऐक्सिस म्युचुअल फंड में फ्रंट-रनिंग के आरोपों के बाद भी अपनी सक्रियता बढ़ाई है। उसने कई शहरों में तलाशी अभियान चलाए।
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