पैगंबर मोहम्मद साहब पर कुछ राजनीतिक नेताओं की आपत्तिजनक टिप्पणी और ट्वीट के बाद भारत सरकार ने अपनी स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की है। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी भारत सरकार का आधिकारिक रुख नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि जिन लोगों ने आपत्तिजनक टिप्पणी की थी उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इस बीच दिल्ली पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा और मुस्लिम समुदाय के एक समूह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। हालांकि कुछ लोगों ने इस पर अपनी आपत्ति जताई है। भाजपा ने प्राथमिकियों पर चुप्पी बनाए रखी। दिल्ली में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी केंद्र सरकार के पास है। बागची ने स्पष्ट कर दिया कि ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अबदुल्लाहियनऔर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के बीच हुई वार्ता में पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी का मुद्दा नहीं उठा। इस बीच खाड़ी में भारत के राजनयिकों ने मुस्लिम देशों के प्रतिनिधियों से लगातार एक के बाद एक कई बैठकें की हैं। इस बैठक के बारे में पूछे जाने पर बागची ने कहा कि ऐसी बैठकें नियमित तौर पर होती रहती हैं और इसे किसी विशेष प्रसंग से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। ईरान के विदेश कार्यालय ने कहा कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से मिले स्पष्टीकरण के बाद वह संतुष्ट है। ईरान के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा है कि जिन लोगों ने पैगंबर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी उनके खिलाफ आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। ईरान ने कहा कि वह इस आश्वासन से पूरी तरह संतुष्ट है। हालांकि भारत के विदेश कार्यालय ने ऐसे किसी आश्वासन की पुष्टि नहीं की और ना ही इससे इनकार किया। इस बीच दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसने सोशल मीडिया के विश्लेषण के बाद ऐसे कुछ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है जो सामाजिक समरसता भंग करना चाह रहे थे। पुलिस ने नूपुर शर्मा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153 295 और 505 के तहत मामले दर्ज किए हैं। पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद केंद्र सरकार सतर्क हो गई है। इस प्रकरण के बाद आतंकवादी संगठन अलकायदा ने धमकी दी थी कि वह भारत में आत्मघाती हमले करेगा। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि सभी सार्वजनिक बैठकों में पूरी सतर्कता बरती जाएगी। सरकार ने खुफिया विभाग को भी सतर्क रहने के लिए कहा है। गुरुवार को कुछ मुस्लिम महिलाओं ने राजधानी दिल्ली में प्रदर्शन किया और नूपुर शर्मा को गिरफ्तार करने की मांग की। सरकार आने वाले दिनों में इस तरह के विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं दे सकती है। कुछ राजनीतिक दलों ने भी नूपुर की गिरफ्तारी की मांग की है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि नूपुर को तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए। ममता ने सभी समुदायों से शांति कायम रखने की अपील की।
