सरकार ने फसल वर्ष 2022-23 के लिए खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 5 से 9 फीसदी बढ़ोतरी कर दी है। मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में आज दलहन और तिलहन खास तौर पर मूंग, सोयाबीन और सूरजमुखी बीज के एमएसपी में सबसे अधिक इजाफा किया गया। किसानों को कम पानी की जरूरत वाले ज्वार की खेती के लिए प्रोत्साहित करने के वास्ते ज्वार के एमएसपी में भी खासी बढ़ोतरी की गई है। धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 100 रुपये बढ़ाकर 2,040 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है। मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य 7,275 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 7,725 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है। इसी तरह सोयाबीन का एमएसपी 8.86 फीसदी और सूरजमुखी बीज का एमएसपी 6.40 फीसदी बढ़ाया गया है। सबसे कम वृद्धि बाजारे के एमएसपी में की गई है। बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने कहा कि इन जिंसों की कीमतों में औसतन 5.8 फीसदी बढ़ोतरी की गई है। एमएसपी में वृद्धि से थोक मुद्रास्फीति सूचकांक पर करीब 0.2 फीसदी का असर पड़ेगा। पिछले कई महीनों से खाद्य तेलों के दाम आसमान छू रहे हैं और रूस-यूकेन युद्ध के बाद इसमें और तेजी आई है। खुले बाजार में सोयाबीन अभी 6,400 से 7,000 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है और मूंगफली का दाम 5,700 से 6,600 रुपये प्रति क्विंटल है। हालांकि सोयाबीन का एमएसपी बढ़ाकर 4,300 रुपये प्रति क्विंटल और मूंगफली का एमएसपी 5,850 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है। धान का एमएसपी पहली बार 2,000 रुपये प्रति क्विंटल के पार पहुंचा है। धान की सामान्य किस्म का एमएसपी फसल वर्ष 2022-23 के लिए पिछले वर्ष के 1,940 रुपये से बढ़ाकर 2,040 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। धान की ‘ए’ ग्रेड किस्म का समर्थन मूल्य 1,960 रुपये से बढ़ाकर 2,060 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। विश्लेषकों का कहना है कि इससे पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान धान की ज्यादा बुआई करेंगे। आईग्रेन इंडिया के विश्लषक राहुल चौहान ने कहा, ‘पिछले साल किसानों को धान की अच्छी कीमत मिली थी। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में इस साल धान का रकबा बढ़ सकता है लेकिन मालवा इलाके में कपास का रकबा बढ़ने की उम्मीद है।’ मध्यम किस्म के कपास का एमएसपी 5,729 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 6,080 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है।
