कई निफ्टी फर्मों ने बिक्री अनुमान को पीछे छोड़ा | सचिन मामबटा / मुंबई June 04, 2022 | | | | |
निफ्टी-50 इंडेक्स में शामिल कंपनियों ने वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में मोटे तौर पर बिक्री अनुमान को पीछे छोड़ दिया है।
मुंबई की आनंद राठी शेयर ऐंड स्टॉक ब्रोकर्स की 31 मई की रिपोर्ट से पता चलता है कि कुल 28 कंपनियों ने ज्यादा राजस्व अर्जित किया जबकि विश्लेषकों ने इसकी संख्या कम रहने का अनुमान जताया था। हालांकि निफ्टी की 50 फर्मों में से महज 19 कंपनियां ही उम्मीद से ज्यादा लाभ अर्जित किया।
औसत कंपनियों ने उम्मीद से 10.8 फीसदी ज्यादा बिक्री दर्ज की। औसत लाभ (प्रति शेयर आय यानी ईपीएस) अनुमान से 7.1 फीसदी कम रहा।
ओएनजीसी वैसी कंपनियों में शामिल रही जिसने उम्मीद से ज्यादा राजस्व अर्जित किया, जिसे कच्चे तेल की ऊंची कीमतों से सहारा मिला। भारतीय स्टेट बैंक ने भी सुधरते फंडामेंटल के बीच ज्यादा बढ़त दर्ज की। बजाज फिनसर्व वैसी फर्मों में शामिल रही जिसने आश्चर्यजनक रूप से सबसे ज्यादा आय दर्ज की। उसका ईपीएस विश्लेषकों के 45 रुपये के अनुमान से 88 फीसदी ज्यादा यानी 85 रुपये रहा। ग्रासिम इंडस्ट्रीज का ईपीएस 12 रुपये रहा, जो विश्लेषकों के करीब 6 रुपये के अनुमान से 119.3 फीसदी
ज्यादा रहा।
कंस्ट्रक्शन व मैटीरियल सेक्टर (जिसका हिस्सा ग्रासिम है) उनमें शामिल रहा जिसकी सकारात्मक आय ने चौंकाया या जहां आय अनुमान से बेहतर रही। इस क्षेत्र में सीमेंट कंपनियों व निर्माण क्षेत्र की दिग्गज लार्सन ऐंड टुब्रो शामिल रही। इस क्षेत्र का ईपीएस अनुमान से औसतन 50 फीसदी ज्यादा रहा।
जिन क्षेत्रों ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया उनमें हेल्थकेयर, दूरसंचार और औद्योगिक सामान व सेवाएं शामिल रही। हेल्थकेयर की आय ज्यादातर कंपनियों के मामले में उम्मीद से कम रही।। दूरसंचार में आय में वास्तविक गिरावट अनुमान से 20 फीसदी कम हुई। औद्योगिक सामान व सेवाओं का लाभ उम्मीद से 16.3 फीसदी कम र हा।
ज्यादा लाभ वाली कंपनियों ने निफ्टी-50 के कुल ईपीएस को बेहतर बढ़त दर्ज करने में मदद की।
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