बीमा नियामक आईआरडीएआई ने सरकार की तरफ से संचालित प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) में बीमा कंपनियों की भागीदारी बढ़ाने के लिए पूंजीगत जरूरतों से जुड़े मानकों में ढील दी है। भारतीय बीमा नियमन एवं विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) ने कहा कि पीएमजेजेबीवाई की पेशकश करने वाली बीमा कंपनियों के पास रखी जाने वाली पूंजीगत जरूरत 50 फीसदी कर दी गई है। इस कदम से बीमा कंपनियां जीवन ज्योति योजना के तहत कई नयी पॉलिसी की पेशकश कर पाएंगी। इससे समाज के निचले तबके के लोगों को वित्तीय सुरक्षा मुहैया कराने में मदद मिलेगी। मानकों में बदलाव के बाद जीवन ज्योति योजना की पेशकश करने वाली बीमा कंपनियों के पास कम पूंजी की जरूरत होगी। इससे बीमा कंपनियों के लिए सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य को हासिल कर पाना आसान हो जाएगा। इसके पहले केंद्र सरकार ने अपनी दो योजनाओं- पीएमजेजेबीवाई और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना की प्रीमियम दरों में भी बदलाव करने की घोषणा की थी।
