इन्फोसिस, टीसीएस, विप्रो: आईटी शेयरों में गिरावट हो गई पूरी? | पुनीत वाधवा / नई दिल्ली June 03, 2022 | | | | |
पिछले कुछ महीनों में तेज गिरावट के बाद विश्लेषक अब आईटी क्षेत्र के शेयरों को लेकर आशावादी होने लगे हैं और उनका सुझाव है कि राजस्व व बढ़त को लेकर चिंता के बावजूद चुनिंदा शेयरों में ट्रेडिंग का मौका हो सकता है, जिसकी वजह से इस क्षेत्र में गिरावट देखने को मिली थी।
एडलवाइस वेल्थ रिसर्च के विश्लेषक सुशील शर्मा ने कहा, दिसंबर 2021 के बाद से आईटी शेयरों का मूल्यांकन 17 से 49 फीसदी तक घटा है और शेयरों में 9 से 42 फीसदी तक की चोट पड़ी है। निफ्टी आईटी इंडेक्स का मूल्यांकन 27 फीसदी कम हुआ है और कीमत में 21 फीसदी की चोट पड़ी है। करीब दो तिमाही पहले हमने पाया था कि मूल्यांकन के कारक अपने सर्वोच्च स्तर पर पहुंच चुके हैं।
जेपी मॉर्गन, कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज और नोमूरा के विश्लेषकों ने कुछ हफ्ते हफ्ते इस क्षेत्र को लेकर सतर्क रुख सामने रखा था, लेकिन अब उनका सुझाव है कि आईटी क्षेत्र के मुश्किल भरे दिन कम से कम अभी शायद पीछे रह गए हैं। सतर्कता के बावजूद ज्यादातर ज्यादातर इससे सहमत हैं कि इस क्षेत्र में शेयर विशेष में कारोबार का मौका है। उदाहरण के लिए जेपी मॉर्गन अभी भी इन्फोसिस पर ओवरवेट रेटिंग बरकरार रखे हुए है, जिसकी वह उसकी बढ़त की क्षमता है। इसके अलावा टेक महिंद्रा (5जी व मार्जिन में विस्तार के कारण), एम्फैसिस और परसिस्टेंट सिस्टम्स को लेकर भी उनका नजरिया तेजी का है।
इस बीच, निफ्टी आईटी इंडेक्स सबसे ज्यादा कमजोर प्रदर्शन वाला इंडेक्स है, जिसमें वित्त वर्ष 22-23 में अब तक करीब 19 फीसदी की गिरावट आई है। शेयरों की बात करें तो टीसीएस, एचसीएल टेक, कोफोर्ज, विप्रो, इन्फोसिस, टेक महिंद्रा में सबसे ज्यादा गिरावट आई है और इस अवधि में उनमें 10 फीसदी से लेकर 24 फीसदी तक की गिरावट आई है।
फंडामेंटल के स्तर पर एडलवाइस के शर्मा का मानना है कि राजस्व में कटौती से आय पर पड़ने वाला असर कुछ चुनिंदा आईटी फर्मों के लिए लंबित है।
निफ्टी ऑप्शंस में फ्रीक ट्रेड?
एनएसई डेरिवेटिव में गुरुवार को फ्रीक ट्रेड देखने को मिला क्योंकि स्टाइक प्राइस 14,500 के साथ निफ्टी-50 ऑप्शंस कॉन्ट्रैक्ट का बड़ा हिस्सा 0.15 रुपये प्रति यूनिट पर क्रियान्वित हो गया। फ्रीक ट्रेड का मतलब ऐसे ट्रेड से है जहां मानवीय गलतियों या इनपुट डेटा के इस्तेमाल से कंप्यूटर पर गलत बटन दबाने से कारोबार का क्रियान्वयन हो जाता है। ऐसे कारोबार में एक पक्षकार को तगड़ा नुकसान होता है जबकि अन्य पक्षकार को अप्रत्याशित लाभ होता है। आज के घटनाक्रम में बाजार के प्रतिभागियों ने क हा कि निफ्टी कॉन्ट्रैक्ट 0.15 रुपये पर बेचने वाले ट्रेडरों को 200 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ हो सकता है। गुरुवार को निफ्टी इंडेक्स 16,628 पर बंद हुआ। बीएस
कोटक समूह का इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म
कोटक महिंद्रा बैंक की इकाई कोटक इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स लिमिटेड ने खुदरा निवेशकों के लिए तकनीक की अगुआई वाला इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म ‘कोटक चेरी’ पेश किया है। कोटक चेरी के तहत सेवाओं में स्टॉक, बॉन्ड, म्युचुअल फंड, फिक्स्ड डिपॉजिट्स, एनपीएस और ईटीएफ के लिए निवेश समाधान मिलेगा। बीएस
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