भारतीय दवा कंपनी जुुबिलेंट फार्मोवा (पूर्व में जुबिलैंट लाइफसाइंसेज) अब टीका निर्माण क्षमता बढ़ाने में अमेरिका की मदद करेगी। जुबिलैंट फार्मोवा ने अपनी सहायक इकाई जुबिलैंट हॉलिस्टरस्टियर एलएलसी के जरिये वैक्सीन निर्माण क्षमता बढ़ाने के लिए अमेरिका की आर्मी कॉन्ट्रैक्टिंग कमांड के साथ समझौता किया है। जुबिलैंट ने कहा है, 'अमेरिकन रेस्क्यू प्लान के तहत योजना तैयार की गई थी। यह समझौता वाशिंगटन के स्पोकेन में अपनी निर्माण इकाई में 19.3 करोड़ डॉलर की लागत पर इंजेक्टीबल फिलिंग उत्पादन क्षमता दोगुनी करने में कंपनी को सक्षम बनाएगा। इसे वर्ष 2025 तक पूरा किया जाएगा।' यह समझौता नवंबर 2021 में घोषित 9.2 करोड़ डॉलर की विस्तार योजना से अलग है, जिसे वर्ष 2014 के अंत तक वाणिज्यिक तौर पर उपलब्ध कराया जाएगा। जुबिलैंट की फार्मोवा की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक इकाई जुबिलैंट फार्मा ने अपनी एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक इकाई जुबिलैंट हॉलिस्टरस्टियर के जरिये अमेरिकी स्वास्थ्य एवं मानव सेवा विभाग में बायोमेडिकल एडवांस्ड रिसर्च ऐंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (बीएआरडीए) की ओर से रसायन, जैविक, रेडियोलॉजिकल और परमाणु रक्षा (जेपीईओ-सीबीआरएनडी) के साथ समन्वय में आर्मी कॉन्ट्रैक्टिंग डिमांड के साथ समझौता किया है। जुबिलैंट फार्मा लिमिटेड के मुख्य कार्याधिकारी प्रमोद यादव ने कहा, 'जुबिलैंट हॉलिस्टरस्टियर एलएलसी अमेरिकी दवा आपूर्ति शृंखला को घरेलू निर्माण सुविधाओं के साथ अधिक मजबूत और विदेशी आपूर्ति पर कम निर्भर बनाना चाहती है। जुबिलैंट हॉलिस्टरस्टियर का अमेरिकी स्वास्थ्य एवं मानव सेवा (एचएचएस) और रक्षा विभाग (डीओडी) बायोडिफेंस और मेडिकल काउंटरमेजर कार्यक्रमों की मदद करने का लंबा इतिहास रहा है, जिनमें राष्ट्रीय स्तर पर तैयारी के प्रयास भी शामिल हैं। हम अमेरिकी सरकार को मदद करने के लिए उत्साहित हैं।'
