प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी पीएम) के सदस्य संजीव सान्याल ने उम्मीद जताई है कि आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) और सरकार द्वारा इस पर लगाम लगाने के उपायों से मुद्रास्फीति को मध्यम अवधि में नियंत्रित कर लिया जाएगा। सान्याल ने उत्तराखंड के आईआईएम काशीपुर में एक दीक्षांत समारोह से इतर संवाददाताओं से कहा कि सरकार बढ़ती मुद्रास्फीति से निपटने के लिए कई कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि एक तरफ हम कई कदम उठा रहे हैं, जैसा कि आप जानते हैं हमने मुफ्त राशन वितरण में विस्तार कर दिया है, दूसरी तरफ नवंबर में हमने करों को कम कर दिया था और आप देख ही रहे होंगे कि रिजर्व बैंक धीरे-धीरे नीतिगत दर बढ़ा रहा है। सान्याल ने कहा कि ये उपाय मुद्रास्फीति को मध्यम अवधि में नियंत्रण में रखेंगे। उन्होंने कहा 'इसका मतलब यह नहीं है कि हमें अब भी समस्याएं नहीं है। समस्याएं हैं, हर जगह तेल के दाम बढ़ चुके हैं। इस वजह से दिक्कतें हैं।' उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था कोविड के कारण पैदा हुए संकट से बाहर निकलने को पूरी तरह से तैयार है। आईएमएफ ने आर्थिक विकास दर 8.2 रहने का अनुमान जताया है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है। इससे रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच भी भारतीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिला है। सान्याल ने कहा कि इसलिए मोटे तौर पर मैं कहूंगा कि हमारी आर्थिक प्रणाली में रफ्तार लौट आई है।
