दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) में आग लगने संबंधी कई अप्रिय घटनाओं के बावजूद इस बात की संभावना काफी कम है कि सामान्य बीमा कंपनियां इस वाहन खंड में अपने प्रीमियम में तुरंत इजाफा करेंगी। वाहन मालिक किसी दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहन में आग लगने की स्थिति में बीमा कंपनी से दावों के लिए तभी पात्र होगा, अगर उसके पास एक ऐसी व्यापक वाहन बीमा पॉलिसी हो, जिसमें स्वयं की क्षति और तृतीय पक्ष की बीमा सुरक्षा शामिल हो। अगर किसी के पास केवल तृतीय पक्ष की बीमा सुरक्षा है, तो बीमा कवर है, तो बीमा कंपनियां वाहन को होने वाली क्षति को शामिल नहीं करेंगी, क्योंकि तृतीय पक्ष की बीमा सुरक्षा वाहन के मालिक को नहीं, बल्कि तीसरे पक्ष को होने वाले नुकसान को ही कवर करती है। आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी भार्गव दासगुप्ता ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा 'जब हम संपूर्ण पोर्टफोलियो को देखते हैं, अगर आपने कुछ बेहतर ईवी विनिर्माताओं से अंडरराइट किया हुआ है, तो आपको बहुत ज्यादा दावे नजर नहीं आएंगे। हमारे पास दोपहिया ईवी की करीब 25 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी है और अपने पूरे पोर्टफोलियो में हमने एकल अंक के दावे देखे हैं। इसलिए अब तक हमें कीमत वृद्धि की जरूरत नहीं दिख रही है। लेकिन अगर संख्या बहुत ज्यादा हो जाती है, तो हमें इस पर विचार करना होगा।' दासगुप्ता ने कहा कि विनिर्माताओं और सरकार ने इस घटनाक्रम पर संज्ञान लिया है और मुझे विश्वास है कि वे इन वाहनों की गुणवत्ता में सुधार पर काम कर रहे हैं। इसलिए मैं कुछेक घटनाओं के संबंध में ज्यादा फिक्र नहीं करुंगा, क्योंकि लंबी अवधि के परिप्रेक्ष्य में ईवी की राह पर ही चलना है और हमें यकीन है कि ये शुरुआती समस्याएं हैं और विनिर्माता इस मसले को हल करने के लिए गुणवत्ता में सुधार करेंगे। इसलिए अभी तक हम कीमतों में बदलाव पर विचार नहीं कर रहे हैं। पिछले कुछ सप्ताह में दोपहिया ईवी वाहनों में आग लगने की कई घटनाएं दर्ज किए जाने बाद सरकार हरकत में आई और ईवी विनिर्माताओं को तुरंत ऐसे दोषपूर्ण बैच वापस लेने का निर्देश दिया, जिनसे ऐसी और घटनाएं होने की आशंका थी। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने खबर दी है कि ओला इलेक्ट्रिक के मुख्य कार्याधिकारी भवीश अग्रवाल ने कथित तौर पर कहा है कि इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने की और भी घटनाएं हो सकती हैं, लेकिन ऐसी घटनाएं विरले ही होंगी। कहा जाता है कि कंपनी को 1,400 से अधिक ई-स्कूटरों को वापस बुलाना पड़ा।
