एफपीआई ने बाजार पर गाज गिराई | बीएस संवाददाता / मुंबई May 13, 2022 | | | | |
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की पूरे महीने चलती आ रही बिकवाली आज भी जारी रही, जिसकी वजह से लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में आज गिरावट देखकर सेंसेक्स और निफ्टी बुरी तरह ढह गए। अमेरिका में बुधवार को महंगाई के आंकड़े जारी हुए थे, जिससे अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नीतिगत कदमों के बारे में आशंका बढ़ गई। इससे सतर्क निवेशक शेयर और क्रिप्टोकरेंसी जैसी जोखिम भरी परिसंपत्तियों से निकल गए।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स आज 1,158 अंक या 2.14 फीसदी लुढ़क गया और 52,930 अंक पर बंद हुआ। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 2.22 फीसदी गिरा और 359 अंक लुढ़ककर 15,808 अंक पर बंद हुआ। दोनों सूचकांक दिन के कारोबार में 2022 के निम्नतम स्तर से भी नीचे चले गए थे। इससे पहले 4 मार्च को सेंसेक्स 52,843 और निफ्टी 15,863 अंक पर बुद हुआ था। इस महीने में अभी तक दोनों सूचकांक 7 फीसदी से अधिक गिर चुके हैं और निवेशकों को 26 लाख करोड़ रुपये का चूना लग चुका है।
एफपीआई ने आज 5,256 करोड़ रुपये के शेयर बेचे और इस महीने की उनकी बिकवाली 22,000 करोड़ रुपये के पार चली गई। विशेषज्ञों का कहना है कि डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार गिरावट से विदेशी निवेशकों का हौसला कमजोर पड़ा है और एफपीआई का प्रतिफल कम हुआ है, जिसके कारण निकट भविष्य में भी बिकवाली दिख सकती है।
महंगाई पर काबू पाने के लिए ब्याज दर में आक्रामक बढ़ोतरी और बैलेंस शीट में कमी के फेडरल रिजर्व के निर्णय से पिछले कुछ हफ्तों में बाजार अपने पैरों पर खड़ा ही नहीं हो पाया है। चीन में कोविड के खिलाफ सख्त कदमों तथा रूस-यूक्रेन युद्घ के कारण बिगड़ी आपूर्ति शृंखला से जिंस की कीमतें बढऩा भी चिंता बढ़ा रहा है।
सेंसेक्स में शामिल 30 में 29 शेयर आज लुढ़के और इंडसइंड बैंक में सबसे ज्यादा 5.8 फीसदी गिरावट आई। अधिक भारांश वाले एचडीएफसी बैंक में 3.34 फीसदी और रिलायंस इंडस्ट्रीज में 2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। निफ्टी मिडकैप 100 में आज 2.73 फीसदी और निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 2 फीसदी गिरावट आई। मिडकैप 100 अपने सर्वोच्च स्तर से 20 फीसदी नीचे आ गया और स्मॉलकैप 100 तो 27 फीसदी से भी अधिक लुढ़क गया। विशेषज्ञों का कहना है कि शेयरों में गिरावट का दौर अभी जारी रहेगा मगर वैश्विक परिस्थितियां बेहतर होने पर कुछ समय के लिए तकनीकी उछाल आ सकता है।
रुपये में रिकॉर्ड गिरावट आई
रुपये में गुरुवार को 25 पैसे की और गिरावट आयी तथा वह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 77.50 रुपये के साथ अब तक के सबसे निचले स्तर पर बंद हुआ। इस बीच अमेरिकी बाजारों में अनुमान से अधिक मुद्रास्फीति के अनुमानों के कारण दरों में भारी इजाफे की आशंका के बीच डॉलर ने वैश्विक बाजारों में दो दशकों का सबसे ऊपरी स्तर छू लिया। डॉलर के मुकाबले रुपया 77.63 के मूल्य के साथ दिन के कारोबार के अब तक के सबसे निचले स्तर तक पहुंचा। इंटरबैंक फॉरेक्स बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 77.52 की दर पर खुला।
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