भारत का फार्मा निर्यात 1.8 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचा | बीएस संवाददाता / मुंबई May 03, 2022 | | | | |
वित्त वर्ष 2022 में भारत का फार्मा निर्यात 1.8 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष की तुलना में यह स्थिर रहा है। वाणिज्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। वैश्विक महामारी वाले वर्ष 2020-21 के दौरान फार्मा निर्यात 18 प्रतिशत तक बढ़कर 24.4 अरब डॉलर (मौजूदा विनिमय दरों पर तकरीबन 1.8 लाख करोड़ रुपये) हो गया था।
मंत्रालय ने इस बात पर प्रकाश डाला कि वर्ष 2013-14 की तुलना में देश से होने वाला फार्मा निर्यात दोगुना हो चुका है। भारत ने वित्त वर्ष 2014 में 90,415 करोड़ रुपये के फार्मा उत्पादों का निर्यात किया था।
मंत्रालय ने कहा कि भारतीय दवा कंपनियों ने अपनी प्रतिस्पर्धी कीमत क्षमता और अच्छी गुणवत्ता की वजह से वैश्विकस्तर पर पहुंची हैं। दुनिया के 60 प्रतिशत टीके और 20 प्रतिशत जेनेरिक दवाएं भारत से आती हैं।
भारत उत्पादन की मात्रा के लिहाज से दुनिया में तीसरे और मूल्य के लिहाज से 14वें स्थान पर आता है। घरेलू दवा उद्योग के बाजार का मौजूदा आकार करीब 50 अरब डॉलर है। वैश्विक निर्यात में फार्मास्युटिकल्स और दवाओं की हिस्सेदारी 5.92 प्रतिशत है।
मंत्रालय के अनुसार देश के कुल निर्यात में फॉर्मूलेशन और बायोलॉजिकल का लगातार बड़ा हिस्सा बना हुआ है, जो 73.31 प्रतिशत है, इसके बाद बल्क ड्रग्स और ड्रग इंटरमीडिएट का स्थान आता है। देश के शीर्ष पांच फार्मा निर्यात के गंतव्य हैं - अमेरिका, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, रूस और नाइजीरिया। हमारे लगभग 55 प्रतिशत फार्मा निर्यात अत्यधिक विनियमित बाजारों को आपूर्ति करते है।
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