पैकेट बंद भोजन पर रेटिंग में एक वर्ष! | शर्लीन डिसूजा / मुंबई April 19, 2022 | | | | |
पैकेट बंद भोजन पर भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) की हेल्थ स्टार रेटिंग (एचएसआर) लागू करने में कम से कम एक साल लग सकता है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत स्थापित इस वैधानिक निकाय को उम्मीद है कि जुलाई-अगस्त तक सरकार की हरी झंडी मिल जाएगी। आवश्यक स्वीकृति मिलने के बाद मसौदा दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे। सभी टिप्पणियां एकत्रित होने के बाद यह वैज्ञानिक समिति को एचएसआर का प्रस्ताव देगा।
एफएएसएसएआई के मुख्य कार्याधिकारी अरुण सिंघल ने कहा कि हमें लग रहा है कि एचएसआर रेटिंग लागू करने में कम से कम एक साल लग जाएगा। उन्होंने कहा कि भारतीय उपभोक्ताओं के बीच व्यापक अध्ययन करने के बाद भारतीय प्रबंधन संस्थान-अहमदाबाद (आईआईएम-ए) द्वारा शामिल करने के लिए सरलतम रूप मेंं एचएसआर के प्रारूप की सिफारिश की गई थी।
सिंघल ने यह भी कहा कि एफएसएसएआई पैकेट बंद भोजन वाली कंपनियों के लिए शुरुआती चरण में एचएसआर अपनाने को स्वैच्छिक रख सकता है। इसे स्वैच्छिक रखने की समय-सीमा पर अब भी विचार-विमर्श हो रहा है। यह अध्ययन एफएसएसएआई के दिशानिर्देश पर आईआईएम-ए द्वारा किया गया था।
यह स्टार रेटिंग लेबल पर अग्रभाग में प्रदर्शित की जाएगा, क्योंकि आईआईएम-ए के अध्ययन में सुझाव दिया गया है कि पैकेट के लेबल के अग्रभाग (एफओपीएल) में पैकट बंद भोजन के संबंध में उपभोक्ताओं को स्वस्थ उपभोग आदतों की ओर अग्रसरित करने की क्षमता है।
यह स्टार रेटिंग पैकेट बंद भोजन सामग्री में चीनी, नमक और वसा की मात्रा पर आधारित होगी।
आईआईएम-ए के अध्ययन के सारांश में कहा गया है कि अब यह बात अच्छी तरह से स्थापित हो चुकी है कि एफओपीएल में पैकेट बंद भोजन के संबंध में स्वस्थ उपभोग व्यवहार पर जोर देने की क्षमता होती है। यह अध्ययन प्रमुख राज्यों में आयोजित किया गया था, जिसमें 20,000 से अधिक प्रतिभागियों से पूछा गया था कि पांच प्रारूपों में से कौन-सा प्रारूप समझना सबसे आसान था।
विकल्प के तौर पर दिए गए ये पांच प्रारूप थे - मल्टिपल ट्रैफिक लाइट (एमटीएल), मोनोक्रोम जीडीए, न्यूट्री-स्कोर, वार्निंग लेबल और एचएसआर।
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