उत्तर प्रदेश में संक्रमण बढऩे से सात जिलों में मास्क फिर अनिवार्य | बीएस संवाददाता / April 18, 2022 | | | | |
उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से कोरोना संकट गहराने लगा है। प्रदेश में बढ़ते हुए कोरोना मामलों के बीच सतर्कता बढ़ा दी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर, बागपत और तथा लखनऊ में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाया जाना अनिवार्य किया जाए। प्रदेश में बीते एक सप्ताह में सबसे ज्यादा कोरोना मामले राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) और लखनऊ में मिले हैं। मुख्यमंत्री ने सोमवार को कोरोना से रोकथाम के लिए गठित वरिष्ठ अधिकारियों की टीम-9 की बैठक में कहा कि इन जिलों में टीकाकरण से छूटे लोगों को चिह्नित कर वैक्सीनेट किया जाए, साथ ही लक्षणयुक्त लोगों की टेस्टिंग कराई जाए।
उन्होंने निर्देश दिया है कि एनसीआर में कोविड संक्रमित पाए गए मरीजों के सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग के दौरान कोविड के ओमीक्रोन वैरिएंट की ही पुष्टि हुई है। विशेषज्ञों के अनुसार संभव है कि मामलों की संख्या में बढ़ोतरी हो लेकिन अस्पताल में भर्ती होने अथवा मरीज के अति गंभीर होने की स्थिति नहीं होगी। लोगों को कोविड प्रोटोकॉल के अनुपालन के लिए जागरूक किया जाए।
योगी ने कहा कि प्रदेश की सीमा से लगे कुछ राज्यों में कोविड के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है और एनसीआर के जिलों में भी इसका प्रभाव है। बीते कुछ दिनों से यहां मामले बढ़ रहे हैं। विगत 24 घंटे में गौतमबुद्ध नगर में 65, गाजियाबाद में 20 और लखनऊ में 10 नए व मरीजों की पुष्टि हुई है। इन क्षेत्रों में स्थिति पर सूक्ष्मता से नजर रखी जाए।
प्रदेश में वर्तमान में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 695 है। विगत 24 घंटों में 83,864 कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 115 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 29 लोग कोरोना मुक्त भी हुए। अब तक राज्य में 10.99 करोड़ कोविड टेस्ट किए जा चुके हैं।
प्रदेश में बीते दिनों में 30.75 करोड़ अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं। 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में 12.72 करोड़ से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड सुरक्षा कवच दिया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 700 निजी टीकाकरण केंद्रों पर बूस्टर डोज लगवाई जा सकती है।
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