भारतीय हेज फंड निवेशों ने अपने नुकसान की ज्यादातर भरपाई कर ली है, जो उसे रूस-यूक्रेन तनाव के बाद उठानी पड़ी थी। भारतीय हेज फंड के प्रदर्शन की माप करने वाला इंडेक्स अब अक्टूबर 2021 के स्तर से महज 1.6 फीसदी नीचे है। यह जानकारी ट्रैकर यूरेकाहेज के आंकड़ों से मिली। रूस ने यूक्रेन की सीमाओं पर अपने सेनानी नवंबर में भेजने शुरू किए थे। उभरते बाजार के हेज फंडों के लिए ऐसा ही इंडेक्स अब महज 4 फीसदी नीचे है। भारतीय हेज फंडों ने नवंबर 2021 के बाद के पांच में से चार महीनों में उम्दा प्रदर्शन किया है। हेज फंड धनाढ्यों के लिए निवेश का परिष्कृत जरिया है। इनका विनियमन सेबी (ऑल्टनेटिव इन्वेस्टमेट फंड)अधिनियम 2012 के तहत होता है। इनमें मोटे तौर पर न्यूनतम निवेश एक करोड़ रुपये का होता है। इनमें मिलने वाला रिटर्न अलग होता है, नियमित बाजार के रिटर्न से अक्सर काफी ज्यादा होता है। ऐसे फंडों को रूस की तरफ से यूक्रेन पर हमले के बाद बाजार में हुए उतारचढ़ाव से मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। इस कैलेंडर वर्ष के पहले दो महीने में ज्यादातर हेज फंडों को सकारात्मक रिटर्न मुहैया कराने में संघर्ष करना पड़ा। जनवरी में सकारात्मक रिटर्न देने वाले हेज फंडों का अनुपात 42.7 फीसदी था। फरवरी में यह अनुपात 48.3 फीसदी रहा। मार्च में यह और बढ़कर 61 फीसदी पर पहुंच गया। यूरेकाहेज इंडेक्स फ्लैश रिपोर्ट (अप्रैल) में कहा गया है, हेज फंड मैनेजर्स मार्च में 1.48 फीसदी बढ़ा, जो एसऐंडपी 500 से पीछे रहा, जो महीने में 3.58 फीसदी बढ़ा। करीब 61 फीसदी ग्लोबल हेज फंडों ने मार्च में सकारात्मक रिटर्न दिया और उनमें से 46 फीसदी ने साल की पहली तिमाही में सकारात्मक रिटर्न बनाए रखा। यूरेकाहेज इंडिया हेज फंड इंडेक्स और यूरेकाहेज इमर्जिंग मार्केट्स हेज फंड इंडेक्स को कवर करने वाले आंकड़े बताते हैं कि पिछले तीन में से दो महीने में नकारात्मक रिटर्न देखने को मिले। मार्च में रिकवरी माह के पहले पखवाड़े के झटके के बाद देखने को मिली क्योंंकि रूस की तरफ से यूक्रेन पर हमला फरवरी के आखिर में होता रहा। ओल्ड ब्रिज कैपिटल मैनेजमेंट के संस्थापक व मुख्य निवेश अधिकारी केनेथ एंड्राडे ने कहा, उतारचढ़ाव के कारण उन्होंंने किसी बड़े नकद निवेश का फैसला नहीं लिया। उन्होंने कहा कि उतारचढ़ाव के दौरान मिलने वाले मौके लंबी अवधि के लिए पोर्टफोलियो बनाने की रणनीति में बेहतर काम करते हैं और स्थायी रिटर्न सुनिश्चित करते हैं। यूरेकाहेज लैटिन अमेरिका हेज फंड इंडेक्स सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला क्षेत्रीय इंडेक्स रहा। मार्च में यह 3.97 फीसदी बढ़ा। सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला यूरेकाहेज एशियन हेज फंड इंडेक्स रहा, जिसमें 1.04 फीसदी की गिरावट आई। पीएमएस बाजार के संस्थापक निदेशक डेनियल जीएम ने कहा, निवेशकों ने हालिया उतारचढ़ाव केदौरान भरोसा बनाए रखा। उनका सुझाव है कि उन्होंने मोटे तौर पर इसे और पूंजी निवेश के मौके के तौर पर देखा। ऑल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंडों को एचएनआई और अल्ट्रा हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल से रकम मिलती रही
