फडणवीस ने पवार पर बोला हमला | बीएस संवाददाता / April 14, 2022 | | | | |
महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले कुछ दिनों से राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) और शरद पवार की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के बीच सीधी जंग छिड़ी हुई है। इस जंग में कूदते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने शरद पवार और उनकी पार्टी पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है। राकांपा राज ठाकरे को भाजपा का भोंपू करार दे रही है तो भाजपा ने राकांपा पर संविधान के विपरीत राज्य को सांप्रदायिक आधार पर समाज का ध्रुवीकरण करने का आरोप लगाया है।
बाबासाहेब डॉ भीमराव आंबेडकर की जयंती के मौके पर 14 ट्वीट के साथ फडणवीस ने पवार पर भारतीय संविधान के रचयिता की इच्छाओं और मूल्यों के विपरीत काम करने का आरोप लगाया। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि पवार ने सबसे पहले हिंदू आतंकवाद शब्द का उपयोग किया था। पवार ने हाल में फिल्म कश्मीर फाइल्स की आलोचना की थी। उनके इस बयान का जिक्र करते हुए फडणवीस ने कहा कि यह आलोचना पूरी तरह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दशकों के तुष्टीकरण की नीति तथा सांप्रदायिक आधार पर समाज को बांटने के ट्रैक रिकॉर्ड के अनुरूप है। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने पवार और राकांपा के खिलाफ अपने आरोपों की पुष्टि के लिए अनेक खबरों के लिंक भी डाले।
फडणवीस ने कुछ खबरों का हवाला देते हुए कहा कि पवार दावा कर रहे हैं कि महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक का नाम भगोड़े अपराधी दाऊद इब्राहिम के साथ इसलिए जोड़ा जा रहा है क्योंकि वह मुस्लिम हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने धनशोधन मामले में पिछले महीने मलिक को गिरफ्तार किया था। पूर्व मुख्यमंत्री ने एक और खबर का जिक्र किया जिसके अनुसार पवार ने कहा कि इशरत जहां बेगुनाह है। इशरत जहां को गुजरात में 2004 में कथित फर्जी मुठभेड़ में तीन अन्य लोगों के साथ मार दिया गया था। चारों पर गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रचने का आरोप था। फडणवीस ने कहा कि 2012 में जब महाराष्ट्र में कांग्रेस और राकांपा सत्ता में थी तो मुंबई के बीचोबीच आजाद मैदान में हिंसा की शर्मनाक घटना घटी थी। अमर जवान ज्योति को अपवित्र किया गया, लेकिन राकांपा ने रजा एकेडमी को लेकर नरम रुख रखा और इसके बाद मुंबई के पुलिस आयुक्त का ही तबादला कर दिया गया।
फडणवीस ने कहा कि राकांपा की महाराष्ट्र में मुस्लिम आरक्षण लाने की बड़ी योजना है जबकि हमारे संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। पवार ने 'कश्मीर फाइल्स' फिल्म की आलोचना की क्योंकि यह उनके छद्म धर्मनिरपेक्ष एजेंडा को रास नहीं आ रही।
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