जल्द उड़ान भरेगी जेट एयरवेज | अरिंदम मजूमदार / नई दिल्ली April 10, 2022 | | | | |
करीब दो साल बाद जेट एयरवेज के बोर्ड में लौटने वाले संजीव कपूर की पहली प्राथमिकता बंद पड़ी विमानन कंपनी की उड़ानों को सुचारु करना है। भारी ऋण बोझ तले दबी विमानन कंपनी का परिचालन अप्रैल 2019 से ही बंद है क्योंकि बैंकों ने उसे ताजा ऋण देने से इनकार कर दिया था।
कपूर विस्तारा में बतौर मुख्य रणनीति एवं वाणिज्यिक अधिकारी कार्यरत थे। विस्तारा में उन्होंने रणनीति, विपणन एवं नेटवर्क प्लानिंग की देखरेख कर रहे थे। उन्होंने उम्मीद जताई है कि जेट एयरवेज इसी साल तीसरी तिमाही के दौरान अपनी पहली उड़ान भरेगी। यदि ऐसा हुआ तो जेट एयरवेज ऋण शोधन अक्षमता प्रक्रिया के तहत पुनर्जीवित होने वाली पहली दिवालिया विमानन कंपनी होगी।
कपूर ने कहा, ‘मुझे इस उद्योग के लिए काफी जूनून है। मैं प्रवर्तकों की दृष्टि एवं प्रतिबद्धता से काफी प्रभावित हुआ और मुझे इस प्रतिष्ठिïत ब्रांड का परिचालन सुचारु करने का अवसर मिला है।’ कपूर 2014-15 में स्पाइसजेट के मुख्य परिचालन अधिकारी थे और उस दौरान उन्होंने नवोन्मेषी मूल्य निर्धारण एवं विपणन रणनीतियों को लागू किया था।
नई जेट एयरवेज फुल सर्विस विमानन कंपनी होगी। उसके विमानों में बिजनेस क्लास की सीटें कम और इकनॉमी क्लास की सीटें अधिक होंगी। लेकिन कपूर ने कहा कि फिलहाल वह नहीं चाहते हैं कि इकनॉमिक क्लास के यात्रियों को खानपान के लिए भुगतान करना पड़े।
कपूर ने कहा, ‘इकनॉमी का मतलब नो फ्रिल नहीं है। जब मैं कहता हूं कि हमारी इकनॉमिक क्लास की सीटें मूल्य के लिहाज से प्रतिस्पर्धी होनी चाहिए तो इसका मतलब यह नहीं हुआ कि हम नो-फ्रिल विमानन कंपनी बन रहे हैं। मैं केवल इतना कहना चाहता हूं कि हमारा लागत ढांचा ऐसा नहीं हो सकता जो प्रतिस्पर्धी न हो। आज दुनिया में ऐसी कोई फुल सर्विस विमानन कंपनी लाभप्रद नहीं है जो अपने घरेलू परिचालन के लिए पुराने तरीके से फुल सर्विस मॉडल को अपना रही है। सबसे अधिक लाभप्रद फुल सर्विस विमानन कंपनी वही है जो सबसे अधिक नवोन्मेषी है। लेकिन लागत घटाने के कई तरीके हैं और हम अभी नो-फ्रिल नहीं बनेंगे जिस पर हम ध्यान केंद्रित करेंगे।’
विमानन कंपनी द्वितीयक बाजार से विमान हासिल करने के लिए पट्टेदारों से बातचीत कर रही है। उन्होंने कहा, ‘जाहिर तौर पर हम बिल्कुल नए विमानोंं के साथ परिचालन शुरू नहीं करेंगे क्योंकि नए विमानों की डिलिवरी के लिए एक निश्चित अवधि हेाती है। ऐसे में पट्टïेदारों से विमान हासिल करने का विकल्प होगा।’ उन्होंने कहा कि विमानन कंपनी कम लागत वाले उत्पादों के लिए किसी उप ब्रांड की शुरुआत नहीं करना चाहती है जबकि पुरानी जेट एयरवेज के पास जेटलाइट थी। उन्होंने कहा, ‘हम अपने अतीत और दूसरों से भी सीखना चाहते हैं। हमारा रुख बिल्कुल स्पष्टï है कि हम अपने ग्राहकों को भ्रमित नहीं करने जा रहे हैं।’
हालांकि विमानन कंपनी के पास परिचालन सुचारु करने से पहले काफी कुछ करना अभी बाकी है। संभावित नए मालिकों- जालान कालरॉक कंसोर्टियम- ने शर्तों को पूरा करने के लिए दिवालिया अदालत से 60 दिनों का अतिरिक्त समय मांगा है। पिछले जून में एनसीएलटी ने जेट एयरवेज को पुनर्जीवित करने के लिए कंसोर्टियम की योजना को हरी झंडी दी थी। शर्तों के तहत पुनरुद्धार योजना को लागू करने के लिए कंसोर्टियम के पास 290 दिनों का समय था लेकिन यह समय सीमा 22 मार्च को खत्म हो गई।
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