रियल एस्टेट क्षेत्र ने रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा का स्वागत करते हुए इसे आर्थिक वृद्धि की गति को बरकरार रखने और मांग को बढ़ाने वाला बताया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को चालू वित्त वर्ष की पहली द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक में प्रमुख नीतिगत दर रीपो में लगातार 11वीं बार कोई बदलाव नहीं करते हुए इसे चार प्रतिशत के निचले स्तर पर कायम रखा। नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि भू-राजनीतिक चुनौतियों के साथ ही मुद्रास्फीति के दबावों के बावजूद रिजर्व बैंक ने आर्थिक वृद्धि की गति को बनाए रखने की जरूरत को समझा। उन्होंने एक बयान में कहा, हम रीपो दर पर आरबीआई के लगातार उदार रुख और यथास्थिति का स्वागत करते हैं। रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए कम ब्याज दरों ने मांग बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाई है। अजमेरा रियल्टी ऐंड इन्फ्रा इंडिया लिमिटेड के निदेशक धवल अजमेरा ने कहा कि रियल एस्टेट ब्याज दर को लेकर संवेदनशील क्षेत्रों में से एक होने के कारण यथास्थिति का स्वागत करता है। हम उम्मीद करते हैं कि आवास ऋण की कम दर जारी रहने से मांग पक्ष में उछाल बना रहेगा। एबीए कॉरपोरेशन के निदेशक अमित मोदी ने कहा कि मौजूदा मुद्रास्फीति संबंधी चुनौतियों के बावजूद आरबीआई की घोषणा से अर्थव्यवस्था को लाभ होगा, खरीदारों को संपत्ति खरीदने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा और नए निवेशक बाजार में आएंगे।
