रुचि सोया इंडस्ट्रीज के 4,300 करोड़ रुपये के एफपीओ में आवेदन करने वाले निवेशकों को दो हफ्ते से भी कम समय में अपने निवेश में 42 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। पतंजलि आयुर्वेद प्रवर्तित फर्म का शेयर 925 रुपये पर बंद हुआ जबकि एफपीओ की कीमत 650 रुपये थी। 30 मार्च को बंद हुए एफपीओ के तहत 6.61 करोड़ शेयर जारी किए गए हैं, जिसकी ट्रेडिंग आज से शुरू हुई। नए शेयरों की सूचीबद्धता के बाद रुचि सोया के शेयर में गिरावट की आशंका थी। इस आशंका को दरकिनार करते हुए शुक्रवार को यह शेयर 13 फीसदी चढ़ा और कुल 3,823 करोड़ रुपये के शेयरों का कारोबार हुआ। कंपनी की यह घोषणा कि वह अगले हफ्ते कर्ज मुक्त हो जाएगी, सेंटिमेंट को मजबूती मिली। एफपीओ के बाद प्रवर्तक शेयरधारिता अब इस फर्म में घटकर 82 फीसदी के नीचे आ गई, जो पहले 98.9 फीसदी थी। बाजार नियामक सेबी ने कंपनी को निर्देश दिया था कि वह एफपीओ आवेदकों को आवेदन वापस लेने का विकल्प दे क्योंंकि इस इश्यू को लेकर अनचाहे एसएमएस प्रसारित किए गए थे। सोशल मीडिया पर प्रसारित संदेश में कहा गया था कि यह शेयर बाजार कीमत के मुकाबले 30 फीसदी छूट पर मिल रहा है। करीब 97.4 करोड़ एफपीओ बोली रद्द हुए, खास तौर से विदेशी निवेशकों के। कंपनी की तरफ से किए गए खुलासे के मुताबिक, रुचि सोया के एफपीओ को कुल 4,41,696 आवेदन मिले और इस पेशकश को 2.73 गुना बोली मिली। खुदरा श्रेणी में महज 71 फीसदी आवेदन मिले जबकि एचएनआई श्रेणी को 12 गुना बोली मिली थी। शुक्रवार के बंद भाव पर कंपनी का बाजार पूंजीकरण 33,479 करोड़ रुपये बैठता है।
