सरकारी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, प्रमुख इंजीनियरिंग एवं निर्माण कंपनी लार्सन ऐंड टुब्रो (एलऐंडटी) और नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी रीन्यू पावर ने भारत में ग्रीन हाइड्रोनज क्षेत्र के विकास के लिए एक संयुक्त उद्यम स्थापित करने के लिए बाध्यकारी समझौते पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की है। एलऐंडटी के सीईओ एवं एमडी एसएन सुब्रमण्यन ने कहा, 'यह संयुक्त उद्यम औद्योगिक पैमान पर ग्रीन हाइड्रोजन की आपूर्ति के लिए समयबद्ध तरीके से ग्रीन हाइड्रोजन परियोजनाओं के विकास पर ध्यान केंद्रित करेगा। इसके लिए एलऐंडटी अपनी दमदार ईपीसी दक्षता उपलब्ध कराएगी, इंडियन ऑयल रासायनिक प्रॉसेसिंग एवं रिफाइनिंग में व्यापक दक्षता के साथ देश की अग्रणी तेल रिफाइनिंग कंपनी होने के नाते ग्रीन हाइड्रोजन मूल्य शृंखला के कई पहलुओं में आरऐंडडी क्षमता स्थापित की है और रीन्यू पावर ने कुछ ही समय में खुद को नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र की अग्रणी आपूर्तिकर्ता के तौर पर स्थापित करते हुए काफी प्रतिष्ठा हासिल की है।' इसके अलावा इंडियन ऑयल और एलऐंडटी ने ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन में उपयोग किए जाने वाले इलेक्ट्रोलाइजर के विनिर्माण एवं बिक्री के लिए इक्विटी भागीदारी के साथ एक संयुक्त उद्यम स्थापित करने के लिए बाध्यकारी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। कंपनी ने कहा है कि ये दोनों संयुक्त उद्यमों का लक्ष्य देश के आत्मनिर्भर भारत मिशन को तेजी से आगे बढ़ाते हुए कई क्षेत्रों के फीडस्टॉक के लिए बड़े पैमाने पर सस्ती ग्रीन हाइड्रोजन ऊर्जा तैयार करना है। इंडियन ऑयल के चेयरमैन श्रीकांत माधव वैद्य ने कहा, 'शुरू में यह साझेदारी हमारी मथुरा और पानीपत रिफाइनरी में ग्रीन हाइड्रोजन परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करेगी। इसके अलावा देश में अन्य ग्रीन हाइड्रोजन परियोजनाओं का भी आकलन किया जाएगा।'
