बीएस बातचीतएचडीएफसी बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी शशिधर जगदीशन ने एचडीएफसी व एचडीएफसी बैंक के विलय की घोषणा के लिए आयोजित कार्यक्रम के बाद बताया कि यह सौदा बैंंक के लिए क्या मायने रखता है और इससे कितना बड़ा मौका मिलने जा रहा है। मनोजित साहा की रिपोर्ट... इस विलय से एचडीएफसी बैंंक को कौन से फायदे मिलेंगे? जब हम देखते हैं कि हमारे 6.9 करोड़ ग्राहकों में से 50 लाख ग्राहकों ने दूसरे बैंकों से होम लोन लिया है तो पता चलता है कि मॉर्गेज का अनुपात कितना कम है। यह अपने आप 15 लाख करोड़ रुपये बैठता है। कल्पना कीजिए अगर मैं वहां तक पहुंच जाता हूं तो मैं एक अन्य एचडीएफसी बैंक सृजित कर सकता हूं। आज हमारा लोनबुक 15 लाख करोड़ रुपये का है। ऐसे में मैं अगले 3 से 5 साल मेंं इस पर ध्यान केंद्रित करूंगा और मुझे उम्मीद है कि यह हमारी रफ्तार को मजबूती देगा।यह सौदा होम लोन ग्राहकों को कैसे फायदा पहुंचाएगा? एक एनबीएफसी के पास फंडिंग की सीमित क्षमता होती है। ऐसे में उनकी होम लोन की पेशकश सीमित है, जहां वह मौजूद है। हम अपना वितरण बढ़ा रहे हैं। हमारी 6,500 शाखाएं हैं, उनके करीब 650 कार्यालय हैं जिनमें से 50 फीसदी बड़े व 50 फीसदी छोटे कार्यालय हैं। मुझे रफ्तार की दरकार है और क्रियान्वयन से रफ्तार मिलेगी। आपको अभी लोन की दरकार है क्योंंकि इसके बिना आपको शायद घर नहीं मिल पाएगा। यहीं रफ्तार की दरकार होगी। इन सीमाओं के बावजूद हमने पिछले कुछ वर्षों में 24-25 फीसदी की बढ़त दर्ज की है।एचडीएफसी की एजुकेशन लोन सहायक एचडीएफसी क्रेडिला का क्या होगा? क्या इसका विलय भी एचडीएफसी बैंंक के साथ होगा? हमने अभी इसकी विस्तृत पड़ताल नहीं की है। लेकिन निश्चित तौर पर हमने आरबीआई से मंजूरी के तहत सभी सहायक फर्मों मसलन बीमा कंपनियों, एजुकेशन लोन सब्सिडियरी को पहले की तरह काम करने की अनुमति देने की मांग कर रहे हैं। अगर आरबीआई से हमें कोई संकेत मिलता है तो हम हर तरह के अनुपालन सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे।आरबीआई बैंक प्रायोजित एनबीएफसी को उस तरह की गतिविधियों की इजाजत नहीं देता, जो बैंक कर सकता है? आप सही कह रहे हैं। हमारी बातचीत का यही थीम है। ऐसे मेंं हमारे पास दो विकल्प हैं। या तो वे उनका मुद्रीकरण करें या प्रभावी तारीख पर बैंंक के साथ उन्हें एकीकृत करने की कोशिश करें। एचडीएफसी का नेतृत्व करने वाली टीम नियामक के निर्देश के मुताबिक फैसला लेगी। इस सौदे की कितनी वैल्यू है? एचडीएफसी लिमिटेड की वैल्यू 60 अरब डॉलर है। अगर आप हमारे बैंक में उनकी हिस्सेदारी का अनुपात हटा दें तो यह 40 अरब डॉलर रह जाता है। ऐसे में इस सौदे की वैल्यू 40 अरब डॉलर है।क्या इस विलय से बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन सिकुड़ेगा? आपको परिचालन लागत व क्रेडिट लागत के लिहाज से मार्जिन देखना होगा। खाते के लिए मार्जिन हमेशा 4 से 4.4 फीसदी रहा है जहां थोक व खुदरा परिसंपत्ति का निश्चित अनुपात है। ड्यूपोंंट के विश्लेषण में कहा गया है कि परिचालन लागत व क्रेडिट लागत एक निश्चित रेंज में है, जो हमें परिसंपत्ति पर 1.8 फीसदी से लेकर 2 फीसदी तक का रिटर्न दे सकता है। अगर आप इस पर नजर डालें तो निश्चित तौर पर मार्जिन और मॉर्गेज बुक का स्प्रेड कम होने जा रहा है, ऐसे में यह मार्जिन को सिकोड़ेगा।चूंकि आपके पास एडीआर है, ऐसे में क्या अमेरिका से आपको मंजूरी लेनी होगी? नहीं। कानूनी विशेषज्ञों ने इसकी पड़ताल की है। मुझे नहीं लगता कि एसईसी से किसी तरह की नियामकीय मंजूरी की दरकार होगी।
