बाजार हलचल | |
सुंदर सेतुरामन और समी मोडक / 04 03, 2022 | | | | |
गेल की पुनर्खरीद से मिलेगा फायदा
गेल इंडिया ने 1,083 करोड़ रुपये के शेयरों की पुनर्खरीद का ऐलान किया है। सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी 190 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 5.7 करोड़ शेयर खरीदेगी, जो आखिरी बंद भाव 162 रुपये के मुकाबले 17 फीसदी ज्यादा है। ब्रोकरेज फर्म अपने खुदरा क्लाइंटों को गेल के शेयर खरीदने की सलाह दे रहे हैं ताकि आर्बिट्रेज के मौके का फायदा उठाया जा सके। एक अनुमान के मुताबिक, खुदरा निवेशकोंं के लिए इस पुनर्खरीद में स्वीकार्यता अनुपात करीब 15 से 20 फीसदी रहने का अनुमान है। कंपनी जल्द ही इस संबंध मेंं तारीख का ऐलान करेगी।
चिकित्सा उपकरण निर्माताओं को लाभ
चिकित्सा उपकरण बनाने वाली कंपनियों के शेयर में बढ़त हो सकती है क्योंकि स्वास्थ्य सेवा सेवाओं की मांग बढ़ रही है। विश्लेषकों के मुताबिक, यह क्षेत्र कई टुकड़ों में बंटा हुआ है और बहुराष्ट्रीय कंपनियों का वर्चस्व है। हालांकि देसी कंपनियां उचित कीमत पर उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद मुहैया कराते हुए बाजार हिस्सेदारी पर कब्जे की शुरुआत कर चुके हैं। देसी चिकित्सा उपकरण उद्योग वित्त वर्ष 20 से वित्त वर्ष 25 के दौरान 12 से 13 फीसदी सालाना चक्रवृद्धि की रफ्तार से बढ़त दर्ज कर सकता है। यह जानकारी आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की रिपोर्ट से मिली। साथ ही सरकार का मेक इन इंडिया पहल पर जोर और आयात पर स्वास्थ्य उपकर देसी विनिर्माताओं की मदद कर रहा है। विश्लेषकों ने कहा कि पोली मेडिक्योर और टारसंस प्रॉडक्ट्स जैसी कंपनियां लंबी अवधि में बढ़त हासिल कर सकती हैं।
मैक्स हेल्थकेयर में पैसिव निवेश
मैक्स हेल्थकेयर इंस्टिट््यूट वैश्विक ग्लोबल सूचकांकों के ट्रैक करने वाले पैसिव फंडों की तरफ से खरीदारी देख सकती है। एफटीएसई रसेल ने ऐलान किया है कि इस शेयर का भारांक उसके चार सूचकांकों में बढ़ सकता है, जो 6 अप्रैल से प्रभावी होगा। इससे पहले प्राइवेट इक्विटी दिग्गज केकेआर ने कंपनी की 10 फीसदी हिस्सेदारी बेची है। गुरुवार को केकेआर की इकाई केयक इन्वेस्टमेंट ने ब्लॉक डील के जरिए 9.7 करोड़ शेयर करीब 3,000 करोड़ रुपये में बेच दिए। एडलवाइस के अनुमान के मुताबिक, मैक्स हेल्थकेयर में 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश हो सकता है।
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