रूस-यूक्रेन युद्घ विराम की आस से चढ़ा बाजार | सुंदर सेतुरामन / मुंबई March 30, 2022 | | | | |
रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत में प्रगति की उम्मीद से बेंचमार्क सूचकांकों में आज बढिय़ा तेजी आई। रूस ने यूक्रेन के कुछ हिस्सों में सैन्य गतिविधियां कम करने की घोषणा की थी, जिससे निवेशकों का मनोबल बढ़ा है। सेंसेक्स 740 अंक चढ़कर 58,684 पर बंद हुआ, जो 10 फरवरी के बाद इसका उच्च स्तर है। पिछले दो हफ्ते में सेंसेक्स में आई एक दिन की यह सबसे बड़ी उछाल है। निफ्टी 173 अंक चढ़कर 17,498 पर बंद हुआ। दोनों सूचकांकों में लगातार तीसरे दिन बढ़ोतरी आई है।
अल्फानीति फिनटेक के सह-संस्थापक यूआर भट्ट ने कहा, 'बाजार कुछ अच्छी खबरों का इंतजार कर रहा था और रूस तथा यूक्रेन के बीच शांति की दिशा में कदम बढऩे से निवेशकों में उत्साह बढ़ा। सूचकांकों में पिछले कुछ समय में आई गिरावट के बाद लिवाली का असर भी दिखा।'
हालांकि विश्लेषकों का कहना है कि युद्घ लंबा खिंचा तो शेयर बाजार अपनी बढ़त गंवा सकता है। भट्ट ने कहा, 'अगर रूस और यूक्रेन के बीच युद्घ विराम होता है तो बाजार के लिए सकारात्मक बात होगी।' ब्रेंट क्रूड थोड़ा बढ़कर 112 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। कच्चे तेल के दाम कुछ कम हुए हैं लेकिन अब भी यह ऊंचे स्तर पर है और तेल कंपनियां देसी बाजार में पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ा रही हैं। चीन में कोरोनावायरस को नियंत्रित करने के लिए लागू नए लॉकडाउन से मांग घटने की आशंका में भी तेल के दाम कुछ कम हुए हैं। लेकिन रूस-यूक्रेन युद्घ लंबा खिंचने से इसकी आपूर्ति के बारे में चिंता भी बनी हुई है।
कच्चे तेल के दाम भारत सहित प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के लिए चिंता की वजह हैं। भारत ने आर्थिक समीक्षा में 8 फीसदी वृद्घि का अनुमान लगाया है, जिसमें तेल के दाम 70 से 75 डॉलर प्र्रति बैरल रहने का अंदाजा लगाया गया है।
भू-राजनीतिक तनाव के अलावा कच्चे माल की ऊंची लागत और केंद्रीय बैंकों द्वारा मौद्रिक समर्थन वापस लिए जाने से भी बाजार पर असर पड़ रहा है। चीन में कोरोना का फिर उभार चिंता का बड़ा विषय है क्योंकि चीन दुनिया का प्रमुख आपूर्तिकर्ता है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगले हफ्ते से कंपनियों के तिमाही नतीजे आने शुरू हो जाएंगे जिससे बाजार को कुछ दिशा मिलेगी। ऐक्सिस सिक्योरिटीज में क्वांटिटेटिव रिसर्च के प्रमुख नीरज चंदावर ने कहा, 'चौथी तिमाही के नतीजे अहम होंगे। कंपनियों के आंकड़ों में वृद्घि या गिरावट से बाजार को दिशा मिल सकती है। दीर्घावधि के लिए हमारा नजरिया सकारात्मक है।'
बीएसई पर 2,083 शेयर लाभ में और 1,322 शेयर नुकसान में बंद हुए। सेंसेक्स के दो-तिहाई से ज्यादा शेयर बढ़त पर बंद हुए। रियल्टी शेयरों में भी अच्छी तेजी देखी गई।
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