दिल्ली : जीडीपी में 10 साल में सबसे ज्यादा वृद्धि | रामवीर सिंह गुर्जर / नई दिल्ली March 25, 2022 | | | | |
दिल्ली सरकार ने आज विधानसभा में वित्त वर्ष 2021-22 की आर्थिक समीक्षा पेश की जिसमें स्थिर मूल्यों पर दिल्ली की जीडीपी में 10.23 फीसदी और चालू मूल्यों पर 17.65 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई।
चालू मूल्यों पर जीडीपी में वृद्धि दर 10 साल में सबसे अधिक और स्थिर मूल्यों पर वृद्धि 5 साल बाद दहाई अंकों में हुई है। इससे पता चलता है कि अब दिल्ली की अर्थव्यवस्था कोरोना की मार से उबर चुकी है। जीडीपी बढऩे के साथ ही प्रति व्यक्ति आय भी बीते 10 साल में सबसे अधिक 16.81 फीसदी बढ़कर पहली बार 4 लाख रुपये को पार कर गई, जो राष्ट्रीय प्रति व्यक्ति आय 1.49 लाख रुपये से काफी ज्यादा है।
आर्थिक समीक्षा के अनुसार चालू मूल्य पर वर्ष 2021-22 में दिल्ली की जीडीपी 9,23,967 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, जो वर्ष 2020-21 की जीडीपी 7,85,342 करोड़ रुपये से 17.65 फीसदी अधिक है। स्थिर मूल्यों पर वर्ष 2021-22 में जीडीपी 6,22,430 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, जो वर्ष 2020-21 की जीडीपी 5,64,669 करोड़ रुपये से 10.23 फीसदी अधिक है।
इससे पहले स्थिर मूल्यों पर जीडीपी में दहाई में वृद्धि वर्ष 2015-16 में हुई थी, जबकि चालू मूल्यों पर दहाई में वृद्धि वर्ष 2017-18 में हुई थी। जीडीपी में वृद्धि के साथ ही प्रति व्यक्ति आय में भारी इजाफा हुआ है।
वर्ष 2021-22 में जीडीपी के घटकों में सबसे ज्यादा 29.91 फीसदी वृद्धि विनिर्माण क्षेत्र में दर्ज की गई, जबकि वर्ष 2020-21 में विनिर्माण क्षेत्र 0.42 फीसदी घटा था। विनिर्माण के बाद 25.91 फीसदी वृद्धि कंस्ट्रक्शन में दर्ज की गई। इससे पहले वाले वर्ष में यह क्षेत्र भी 3.19 फीसदी घटा था।
वर्ष 2021-22 में सिर्फ कृषि व वन क्षेत्र में गिरावट दर्ज की गई। दिल्ली में प्रति व्यक्ति आय चालू मूल्य पर वर्ष 2021-22 में 16.81 फीसदी बढ़कर 4,01,982 रुपये हो गई, जबकि वर्ष 2020-21 में यह आय 3,44,136 रुपये थी। चालू मूल्य पर प्रति व्यक्ति आय में बीते एक दशक में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की गई है। स्थिर मूल्य पर प्रति व्यक्ति आय 8.38 फीसदी बढ़ी है।
इस बीच, दिल्ली सरकार ने आज विधानसभा में आउटकम बजट भी पेश किया। दिल्ली के वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने आउटकम बजट के बारे में कहा कि सरकार ने पिछले बजट में स्कूलों में नए कमरे बनाने की बात की और दिल्ली सरकार के स्कूलों में 13,181 कमरे बनाकर तैयार किए। स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या 15 लाख से बढ़कर 18 लाख हो गई है। दिल्ली स्किल ऐंड एंत्रप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी की शुरुआत की जिसके 15 कैंपस में 6,300 विद्यार्थी पढ़ रहे है। दिल्ली में कार्यरत 520 मोहल्ला क्लिनिक में पिछले एक साल में 1.44 करोड़ लोगों ने इलाज करवाया है। दिल्ली सरकार ने अपने अस्पतालों में 13,844 बेड स्थापित किए।
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