नई आवक से लुढ़के प्याज के भाव | रामवीर सिंह गुर्जर / नई दिल्ली March 17, 2022 | | | | |
नई आवक के दबाव में देश भर की मंडियों में प्याज के दाम तेजी से गिरे हैं। महीने भर में भाव घटकर आधे रह गए हैं। कारोबारियों के मुताबिक आने वाले दिनों में प्याज की कीमतों में और गिरावट आ सकती है। प्याज के दाम घटने की वजह नई फसल की पैदावार बढऩे को माना जा रहा है और इस समय सभी उत्पादक राज्यों से रबी सीजन वाली प्याज की आवक जोरों से हो रही है।
महीने भर में मुख्य प्याज उत्पादक राज्य महाराष्ट्र की मंडियों में प्याज के दाम 700-2,800 रुपये से घटकर 500 से 1,400 रुपये, दिल्ली की आजादपुर मंडी में दाम 1,250-3,300 से घटकर 800 से 1,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गए हैं। भारतीय सब्जी उत्पादक संघ के अध्यक्ष श्रीराम गाढवे ने बताया कि इस समय देश में सभी उत्पादक राज्यों में रबी सीजन के प्याज की आवक हो रही है।
आवक के दबाव में प्याज के दाम तेजी से गिर रहे हैं। महीने में भाव घटकर आधे रह गए हैं। गाढवे ने कहा कि रबी सीजन में प्याज की पैदावार पिछले साल की तुलना में 10 से 15 फीसदी बढऩे की संभावना है। क्योंकि इस साल किसानों ने काफी प्याज लगाया है।
दिल्ली की आजादपुर सब्जी मंडी की आलू-प्याज कारोबारी संघ के महासचिव राजेंद्र शर्मा ने कहा कि मंडी में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान से प्याज की खूब आवक हो रही है। जिससे प्याज सस्ता हुआ है। इसी मंडी के प्याज कारोबारी पीएम शर्मा के मुताबिक बीते माह आवक में देरी के कारण दाम बढे थे और अब आवक सुधरने से दाम नीचे आ गए हैं।
कारोबारियों के मुताबिक आने वाले दिनों में प्याज की कीमतों में मंदी ही रहने की संभावना है। शर्मा ने कहा कि आगे प्याज और सस्ता होने के आसार हैं। क्योंकि आवक और जोर पकड़ेगी। गाढवे ने कहा कि अगले 10-15 दिनों में प्याज के दाम घटकर 10 रुपये किलो तक आ सकते हैं। राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान व विकास प्रतिष्ठान (एनएचआरडीएफ) के अनुसार मार्च महीने में 12 मार्च तक करीब 16 लाख क्विंटल प्याज की आवक हो चुकी हैं।
पिछले माह 30 लाख क्विंटल आवक हुई थी। कारोबारियों का कहना है कि आवक आगे और तेजी से बढेगी। लिहाजा पिछले माह की तुलना में इस माह आवक काफी ज्यादा होगी। वर्ष 2020-21 में 268 लाख टन प्याज का उत्पादन हुआ था।
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