उपभोक्ताओं पर चीन की आपूर्ति में बाधा से असर नहीं : सर्वेक्षण | |
श्रेया नंदी / नई दिल्ली 03 15, 2022 | | | | |
चीन में कोविड-19 के मामलों में आई ताजा उछाल से चीन की आपूर्ति शृंखला में व्यवधान का भारतीय उपभोक्ताओं पर खासा सीधा असर पडऩे की संभावना नहीं है। लोकलसर्कल द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में जानकारी मिली है।
ऐसा मुख्य रूप से इस तथ्य के कारण है कि भारतीय परिवारों की बड़ी संख्या - सर्वेक्षण में शामिल 39 प्रतिशत परिवारों ने कहा है कि पिछले एक साल में उन्होंने चीन में निर्मित कोई भी उत्पाद नहीं खरीदा है। इस अवधि के दौरान चीन द्वारा निर्मित उत्पादों को खरीदने वाले परिवारों में से दो-तिहाई से अधिक उपभोक्ताओं ने कहा कि उन्होंने एक साल पहले के मुकाबले अपनी खरीदारी कम कर दी है।
निष्कर्षों के अनुसार गैजेट, इलेक्ट्रॉनिक और मोबाइल सजो-सामान चीन में निर्मित ऐसे मुख्य उत्पाद हैं, जिन्हें भारतीय खरीदते हैं। सर्वेक्षण में देश के 309 जिलों में स्थित घरेलू उपभोक्ताओं से तकरीबन 27,000 जवाब मिले हैं।
सर्वेक्षण में उस मुख्य वजह को भी समझने की कोशिश की गई है, जिसने भारतीयों को पिछले 12 महीने के दौरान चीन या भारतीय उत्पाद खरीदने के लिए प्रेरित किया। सर्वेक्षण में कहा गया है कि अपने जवाब में अधिकांश 61 प्रतिशत परिवारों ने कहा है कि उन्होंने भारत-चीन के मामलों के कारण भारत में बने उत्पादों को ज्यादा खरीदा। 18 प्रतिशत परिवारों ने कहा कि भारतीय विकल्प बेहतर गुणवत्ता वाला था, 14 प्रतिशत ने कहा कि भारतीय विकल्प मूल्य-गुणवत्ता का बेहतर संयोजन था।
चीन भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार भी है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 21 में दोनों देशों के बीच कुल 86.39 अरब डॉलर का व्यापार हुआ, जिसमें व्यापार संतुलन का झुकाव चीन के पक्ष में था।
|