देश की सबसे बड़ी और वैश्विक स्तर पर दूसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने हाल में 2030 तक 50 अरब डॉलर के राजस्व का लक्ष्य निर्धारित किया है। हालांकि इस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए आवश्यक वृद्धि रफ्तार खुद कंपनी के अपने मानकों से कम है। पिछले दशक के दौरान डॉलर में टीसीएस के राजस्व अथवा शुद्ध बिक्री में 9.5 फीसदी की वार्षिक चक्रवृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़ोतरी हुई। वित्त वर्ष 2011-12 में कंपनी का राजस्व 10.2 अरब डॉलर था जो बढ़कर 2021-22 में 25.3 अरब डॉलर होने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2022 के पहले नौ महीनों के राजस्व रुझान से इसकी झलक मिलती है। कंपनी ने कहा है कि उसने 2030 तक 50 अरब डॉलर के राजस्व का लक्ष्य रखा है। इसका मतलब यह भी है कि 2030 से पहले भी इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। विशेष तौर पर डिजिटल बदलाव और क्लाउड की बढ़ती मांग के मद्देनजर ऐसा कहा जा सकता है। अगले आठ वर्षों के लिए कंपनी की अनुमानित वृद्धि 10 वर्षों के दौरान उसके द्वारा हासिल वृद्धि के मुकाबले होगी। कई विश्लेषकों ने बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत में सहमति जताई कि 50 अरब डॉलर का लक्ष्य अपेक्षाओं के अनुरूप है। कई वर्षों से कंपनी पर नजर रखने वाले एक विश्लेषक ने कहा, 'जहां तक हम जानते हैं कि वृद्धि को लेकर कंपनी की अपेक्षाएं उसी दायरे में हैं। यह हमें बेहतर अथवा खराब के लिए अचंभित नहीं करता है।' पिछले आंकड़ों पर गौर किया जाए तो टीसीएस का प्रदर्शन उसके करीबी प्रतिस्पर्धियों ऐक्सेंचर और इन्फोसिस के मुकाबले कहीं बेहतर रहा है। ऐक्सेंचर ने 31 अगस्त 2021 को समाप्त वर्ष (तुलना के लिए इसे वित्त वर्ष 2022 मानते हैं) के दौरान 50.53 अरब डॉलर का राजस्व दर्ज किया जो एक साल पहले के 44.3 अरब डॉलर के मुकाबले 14 फीसदी अधिक है। पिछले 10 वर्षों के दौरान ऐक्सेंचर का राजस्व 6.3 फीसदी सीएजीआर के साथ बढ़ा है जबकि इस दौरान टीसीएस की राजस्व वृद्धि रफ्तार सुस्त रही। ब्लूमबर्ग के विश्लेषक अनुमानों के अनुसार, 31 अगस्त के अंत तक अगले 12 महीनों के दौरान ऐक्सेंचर का राजस्व 18.2 फीसदी बढ़कर 59.75 अरब डॉलर होने की उम्मीद है। यदि आप हाल में इन्फोसिस के वृद्धि अनुमानों पर गौर करेंगे तो पाएंगे कि कंपनी ने टीसीएस के मुकाबले बेहतर राजस्व वृद्धि दर्ज की है। इन्फोसिस ने वित्त वर्ष 2021 में स्थिर मुद्रा आधार पर एक साल पहले के मुकाबले 5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की। टीसीएस से इसकी तुलना करने पर वित्त वर्ष 2021 में वृद्धि रफ्तार 0.8 फीसदी कम दिखती है। इस प्रकार कंपनी ने इस दौरान 4.6 फीसदी की वृद्धि दर्ज की।
