देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) टाटा मोटर्स फाइनैंस (टीएमएफएल) के 14,500 करोड़ रुपये तक के वाहन ऋण पोर्टफोलियो के अधिग्रहण के लिए बातचीत कर रहा है। एसबीआई के अलावा निजी क्षेत्र के कुछ बैंकों ने भी टीएमएफएल और टाटा मोटर्स फाइनैंस सॉल्यूशंस (टीएमएफएसएल) के ऋण पोर्टफोलियो के अधिग्रहण में दिलचस्पी दिखाई है। टीएमएफएसएल टाटा मोटर्स के वाहनों के लिए फाइनैंस करने वाली प्रमुख कंपनी है। एक बैंकिंग सूत्र ने कहा कि इन प्रमुख गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) की परिसंपत्ति बिक्री को रफ्तार देने वाला एक प्रमुख कारक ब्याज दर प्रणाली में संभावित बदलाव है। इस मामले के एक करीब सूत्र ने कहा कि बैंकों द्वारा कभी भी ब्याज दरें बढ़ाई जा सकती हैं जिससे एनबीएफसी प्रभावित होंगी। एक बैंकर ने अपनी पहचान जाहिर न करने की शर्त पर कहा, 'लेकिन इस पहल (ब्याज दरों में बदलाव) से पहले सरकारी और निजी क्षेत्र के बैंक एनबीएफसी की अच्छी गुणवत्ता वाली परिसंपत्तियां खरीदने की ओर अग्रसर हो रहे हैं।' एक बैंकर ने कहा कि जहां तक टाटा मोटर्स के फाइनैंस ऋण पोर्टफोलियो का सवाल है तो खरीदार फायदे में रहेंगे क्योंकि यह उनके प्राथमिकता वाले क्षेत्र पोर्टफोलियो के तहत पात्र होगा क्योंकि टीएमएफएल ने दिसंबर 2021 में समाप्त नौ महीनों की अवधि के दौरान बिकने वाले टाटा मोटर्स के 27.4 फीसदी वाणिज्यिक वाहनों के लिए फाइनैंस किया है। टीएमएफएल और टीएमएफएसएल में टीएमएफ होल्डिंग्स का स्वामित्व है जो टाटा मोटर्स की एक सहायक कंपनी है। टीएमएफ होल्डिंग्स में टाटा मोटर्स का स्वामित्व है। टीएमएफएल और टीएमएफएसएल के शेयरधारकों ने शुक्रवार को ऋण पोर्टफोलियो के बिक्री प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी। टीएमएफएल और टीएमएफएसएल के शेयरधारकों ने डिबेंचर के जरिये 500 करोड़ रुपये जुटाने संबंधी प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है जबकि मूल कंपनी टीएमएफ होल्डिंग्स डिबेंचर के जरिये 2,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। 30 सितंबर 2021 तक टाटा मोटर्स वित्त कंपनियों की समेकित प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) 42,834 करोड़ रुपये थीं। पोर्टफोलियो में नए वाहन फाइनैंस की हिस्सेदारी 81 फीसदी थी जबकि 13 फीसदी का उपयोग वाहनों के वित्त पोषण के लिए किया गया। एसबीआई और टाटा मोटर्स ने इस बाबत जानकारी के लिए भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं दिया। टाटा मोटर्स की फाइनैंस कंपनियां अपनी गैर-निष्पादित आस्तियों (एनपीए) को कम करने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही हैं। रेटिंग एजेंसी इक्रा के अनुसार, एकल आधार पर दिसंबर 2021 तक टीएमएफएल का सकल एनपीए 20.8 फीसदी और शुद्ध एनपीए 17.9 फीसदी था। जबकि इस दौरान टीएमएफएसएल का सकल एनपीए 13.3 फीसदी और शुद्ध एनपीए 10.6 फीसदी रहा। टाटा मोटर्स की फाइनैंस कंपनियां अतिरिक्त ताजा पूंजी जुटाने की भी योजना बना रही हैं ताकि पूंजी पर्याप्तता अनुपात को बरकरार रखते हुए शुद्ध एनपीए में लगातार कमी की जा सके। इक्रा ने कहा कि इससे उन्हें गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के लिए सख्त उपचारात्मक कार्रवाई से बचने में मदद मिलेगी जो 1 अक्टूबर 2022 से प्रभावी होने वाली है। वित्त वर्ष 2021 में टीएमएफएचएल ने समेकित आधार पर 269 करोड़ रुपये का कर पश्चात लाभ दर्ज किया जबकि उसका परिसंपत्ति आधार 45,864 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2020 में उसने 37,947 करोड़ रुपये के परिसंपत्ति आधार पर 139 करोड़ रुपये का कर पश्चात लाभ दर्ज किया था।
