रूस-यूक्रेन संकट और उसके परिणामस्वरूप जिंस कीमतों में तेजी का असर उपभोक्ता शेयरों पर दिखना शुरू हो गया है। हालांकि इससे धातु एवं खनन क्षेत्र के शेयरों को बल मिल रहा है। एनएसई एफएमसीजी सूचकांक का एकीकृत बाजार पूंजीकरण घटकर नौ महीने के निचले स्तर पर चला गया है। बीएसई धातु सूचकांक का बाजार पूंजीकरण फिलहाल छह महीने की ऊंचाई पर है। देश की शीर्ष 10 धातु एवं खनन कंपनियों- टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, हिंडाल्को, वेदांत, कोल इंडिया, एनएमडीसी, हिंदुस्तान जिंक आदि- के शेयरों पर नजर रखने वाले बीएसई धातु सूचकांक का बाजार पूंजीकरण सोमवार को बढ़कर 9.53 लाख करोड़ रुपये हो गया जो जनवरी के अंत मं 8.88 लाख करोड़ रुपये था। इस प्रकार इसमें 7.3 फीसदी की वृद्धि हुई। समान अवधि में एनएसई एफएमसीजी सूचकांक में शामिल शेयरों का एकीकृत बाजार पूंजीकरण 2.8 फीसदी घटकर 16.07 लाख करोड़ रुपये रह गया जो जनवरी के अंत में 16.53 लाख करोड़ रुपये रहा था। वास्तव में सितंबर के अंत में इसका बाजार पूंजीकरण 18.4 लाख करोड़ रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था जिसके मुकाबले अब 12.6 फीसदी की गिरावट आई है। बीएसई धातु सूचकांक का बाजार पूंजीकरण नवंबर में 8.69 लाख करोड़ रुपये था जिसमें करीब 10 फीसदी का इजाफा हो चुका है। एनएसई एफएमसीजी सूचकांक इस क्षेत्र के शीर्ष 15 शेयरों के बाजार पूंजीकरण पर नजर रखती है जिनमें हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी, नेस्ले इंडिया, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, डाबर, गोदरेज कंज्यूमर, टाटा कंज्यूमर, कोलगेट पामोलिव और यूनाइटेड स्पिरिट्स शामिल हैं। विश्लेषकों का मानना है कि यह रुझान फिलहाल जारी रहेगा। जेएम इंस्टीट्यूशनल इक्विटी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य रणनीतिकार धनंजय सिन्हा ने कहा, 'मुझे लगता है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में हालिया उथल-पुथल के कारण वित्त वर्ष 2022 और वित्त वर्ष 2023 के दौरान कंपनियों की आय में उल्लेखनीय गिरावट आएगी। ऊर्जा एवं धातु कीमतों में वृद्धि होने से कंपनियों के मार्जिन को तगड़ा झटका लगेगा, खासकर आगामी तिमाहियों के दौरान उपभोक्ता वस्तु विनिर्माताओं के मार्जिन को।' इसके विपरीत रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण जिंस की कीमतों में हुई बढ़ोतरी का फायदा धातु एवं खनन कंपनियों को मिलेगा। ऐसे में आगामी तिमाहियों के दौरान धातु एवं खनन कंपनियों के राजस्व एवं मुनाफे में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है। लंदन मेटल एक्सचेंज इंडेक्स (एलएमईएक्स) में जनवरी के अंत के बाद 4.6 फीसदी की वृद्धि हो चुकी है जबकि बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड की कीमतों में जनवरी के अंत के बाद 15.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। एलएमईएक्स सबसे सामान्य छह बुनियादी धातुओं- एल्युमीनियम, तांबा, जस्ता, सीसा, टिन और निकेल- की कीमतों पर नजर रखता है। जिंस और ऊर्जा कीमतों में तेजी का असर लोगों के घरेलू बजट पर भी दिखेगा जिससे वे अपने खर्च में कटौती करने के लिए बाध्य होंगे।
