विमानन कंपनी इंडिगो ने मार्च 2019 में इस्तांबुल में पहली बार सेवाएं देनी शुरू कीं लेकिन एक साल बाद ही कोविड-19 महामारी ने उड़ानें रद्द करने के लिए मजबूर कर दिया। अब इंडिगो फिर से इस्तांबुल में उड़ान भरने लगी है और यह ऑपरेशन गंगा अभियान के तहत निकासी उड़ानों के लिए एक गंतव्य होगा। विमानन कंपनियां यूक्रेन से छात्रों को निकालने के लिए सुरक्षा आकलन करने के साथ-साथ अस्थायी बेस बना रही हैं। इसी कदम के तहत एयर इंडिया लगातार बुडापेस्ट और बुखारेस्ट से निर्बाध तरीके से विमानों का संचालन कर रही है क्योंकि एयरबस और बोइंग विमानों की अपनी सीमाएं हैं। मंगलवार को विदेश मंत्रालय ने कहा कि अगले तीन दिनों तक 26 निकासी उड़ानों की योजना है। सोमवार को इंडिगो ने निकासी विमानों के लिए इस्तांबुल में पायलट, केबिन क्रू और इंजीनियर सहित 60 से अधिक कर्मचारियों तैनात किया था। भारत और इस्तांबुल के बीच पायलट और अन्य कर्मचारी विमानों के संचालन में जुटे हुए हैं जबकि ऑपरेटरों की एक टीम और हंगरी, पोलैंड तथा रोमानिया में विमानों का संचालन कर रही है। पिछले तीन दिनों में तीन देशों से इंडिगो ने 12 निकासी उड़ानों का संचालन सफलतापूर्वक किया है। स्पाइसजेट भी जॉर्जिया के कुतैसी ने एक अस्थायी क्रू बेस बना रही है जो विमानों की आवाजाही में मददगार साबित होगा। इसके पहली दो उड़ानों को बुडापेस्ट और कोसिच में करीब 22 घंटे रोकना पड़ा क्योंकि पायलट और क्रू के ड्यूटी समय में कुछ दिक्कतें आने लगीं। यह विमानन कंपनी बुखारेस्ट और स्लोवाकिया के कोसिच में चार विमानों का संचालन गुरुवार और शनिवार को कर रही है। वहीं एयर इंडिया एक्सप्रेस कुवैत में क्रू में बदलाव कर रही है। विमानन कंपनी ने सुरक्षा की स्थिति का जायजा लिया क्योंकि उनके लिए ये नियमित गंतव्य नहीं हैं। इनमें गंतव्य हवाईअड्डे का ब्योरा जुटाना शामिल है। हवाईमार्गों के रास्ते का विश्लेषण भी करना पड़ता है क्योंकि कई बार रास्ते बदलने की जरूरत भी पड़ती है। पायलट और इंजीनियरों को बर्फबारी की स्थिति में हवाईअड्डे पर से बर्फ हटाने की जानकारी भी दी जाती है। इंडिगो के कप्तान ने कहा, 'परिचालन से जुड़े अधिकारियों और इंजीनियरिंग विभाग ने संभावित खतरों का भी संज्ञान लिया है और इसकी संक्षिप्त जानकारी उडऩा भरने वाले पायलटों के साथ भी साझा की जाती है।' एयर इंडिया एक्सप्रेस के कप्तान ने कहा, 'हमसे सरकार ने रविवार सुबह भी उड़ानें संचालित करने के लिए कहा है। हमने उड़ानों से जुड़े मानक दिशानिर्देशों के लिए छह टीम गठित की है। दस्तावेज डीजीसीए के पास जमा किए गए हैं और इसने इस पर उसी दिन मंजूरी दे दी है। हमने सोमवार को बुखारेस्ट से विमानों का संचालन किया।' पायलटों को विवादास्पद क्षेत्रों से दूर रहने और मार्गों के बंद होने की स्थिति में आपातकालीन ईंधन का इंतजाम भी रखने को कहा है। इसके अलावा विमान में भी छात्रों को सहूलियत देने की कोशिश की जा रही है। एयर इंडिया एक्सप्रेस के अधिकारियों ने कहा, 'आमतौर पर हम भोजन के तौर पर एक सैंडविच देते हैं लेकिन बुखारेस्ट-मुंबई विमान में हमने उड़ान भरने के साथ ही गरमा-गरम समोसे भी पेश किए। इसके अलावा हमने यात्रियों को बिरयानी भी खिलाई।'
