रूस ने यूक्रेन के शहरों और सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले करने और तीन तरफ से सैनिकों और टैंकों को भेजने के बाद शुक्रवार को राजधानी के बाहरी इलाके में आक्रमण की कार्रवाई तेज कर दी है। रूस की सेना ने दावा किया है कि उसने यूक्रेन की राजधानी कीव के बाहर रणनीतिक रूप से महत्त्वपूर्ण एक विमानतल को अपने कब्जे में ले लिया है। इसके साथ ही रूसी सैनिकों ने कीव में प्रवेश करना शुरू कर दिया है। कीव में सुबह से ही धमाकों की आवाजें सुनाई देने लगीं और कई रिहायशी इमारतें भी इसकी चपेट में आई हैं। रूस ने कहा है कि वह शहरों को निशाना नहीं बना रहा लेकिन पत्रकारों ने कई रिहायशी क्षेत्रों में तबाही का मंजर देखा। इस बीच अमेरिका सहित यूरोपीय देशों ने रूस पर प्रतिबंधों की झड़ी लगा दी। पश्चिमी देशों के नेताओं ने आपातकालीन बैठक बुलाई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने ऐसे हमलों को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद की गुहार लगाई है। अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन यूक्रेन में अपनी पसंद की सरकार थोपना चाहते हैं। रूसी सेना ने चेर्नाेबिल परमाणु संयंत्र और उसके आस-पास के क्षेत्र पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है। देश के कई हिस्सों में लोग हड़बड़ी में सुरक्षित स्थानों तक जाने के लिए ट्रेनों और कारों में सवार होते देखे गए। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नए प्रतिबंधों की घोषणा की है जो रूसी बैंकों, अमीर लोगों, सरकारी नियंत्रण वाली कंपनियों और उच्च-तकनीकी क्षेत्रों को लक्षित करेंगे। बाइडेन ने कहा कि ऐसे उपाय किए गए हैं कि वैश्विक ऊर्जा बाजार प्रभावित नहीं हो। बाइडेन ने स्पष्ट किया अमेरिका सीधे तौर पर इस लड़ाई में शामिल नहीं होगा लेकिन पुतिन नाटो देशों में घुसेंगे, तो अमेरिका हस्तक्षेप करेगा। ब्रिटेन ने सभी बड़े रूसी बैंकों की संपत्ति पर रोक लगाने और रूसी कंपनियों तथा क्रेमलिन को ब्रिटिश बाजारों से धन जुटाने से रोकने की योजना पेश की है।
