रूसी सैनिकों ने गुरुवार को यूक्रेन पर व्यापक स्तर पर हमला किया जिसमें हवाई हमले एवं गोलाबारी में उसके शहरों और अड्डों को निशाना बनाया गया। रूसी हमले के परिणामस्वरूप लोग ट्रेनों एवं कारों से इलाके को छोडऩे के लिये प्रयासरत दिखे। यूक्रेन की सरकार ने कहा कि रूसी टैंक और सैनिक सीमापर करके उसके इलाके में घुस आए और मास्को पर 'पूर्ण युद्ध' छेडऩे का आरोप लगाया जो भौगोलिक व्यवस्था को फिर से लिखने का प्रयास है तथा जिसका प्रभाव पूरी दुनिया पर दिखने लगा है। यूक्रेन के खिलाफ बड़े सैन्य अभियान की घोषणा करते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा एवं प्रतिबंधों को नजरंदाज कर दिया और अपने देश के परमाणु हथियारों के संदर्भ में अन्य देशों को चेतावनी दी कि रूसी कार्रवाई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के प्रयास के 'ऐसे परिणाम होंगे, जो उन्होंने कभी नहीं देखे होंगे।' रूसी हमले के बीच यूक्रेन की राजधानी में साइरन की आवाजें गूंज उठी और लोग बड़ी संख्या में रेलवे स्टेशनों पर जमा हो गए और सड़क मार्ग से इलाका छोडऩे को प्रयासरत दिखे। इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि रूस के हमले के बाद उनके देश ने मास्को के साथ राजनयिक संबंध तोड़ लिए हैं। वहीं, उनके सलाहकार मिखाइलो पोदोलियाक ने कहा कि रूसी हमले में अब तक लगभग 40 लोग मारे गए हैं और दर्जनों लोग घायल हुए हैं। उन्होंने कहा, 'यूरोप में पूर्ण स्तर का युद्ध शुरू हो गया है। रूस ने न केवल यूक्रेन पर हमला किया है बल्कि आधुनिक विश्व के सामान्य जीवन के नियमों पर आघात किया है।' दुनिया के कई देशों के नेताओं ने रूसी आक्रमण की निंदा की, जिससे बड़ी संख्या में जानमाल का नुकसान हो सकता है और यह (हमला) यूक्रेन की निर्वाचित सरकार को अपदस्थ कर सकता है। रूसी सैन्य कार्रवाई शुरू होने के बीच एशियाई शेयर बाजार में गिरावट देखी गई और तेल की कीमतों में वृद्धि हुई। जापान, स्पेन, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, इटली और यूरोपीय संघ समेत अन्य देशों ने भी रूसी हमले की निंदा की है। जर्मनी और तुर्की ने यूक्रेन के नागरिकों को सतर्क करते हुए सुरक्षित स्थान पर रहने को कहा है। जर्मनी के विदेश मंत्री ने कहा, 'आज हम अलग तरह की दुनिया में जागे।'
